Oil companies shares fall 25-28 per cent after governments decides to cut petrol and diesel prices
नई दिल्ली। केंद्र सरकार और कई राज्यों सरकारों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाकर आम आदमी को तो बड़ी राहत दी है लेकिन इससे तेल कंपनियों की सेहत खराब हो गई है। गुरुवार को केंद्र सरकार और 13 राज्य सरकारों के फैसले के बाद आज शेयर बाजार में तेल कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। शयेर बाजार में तेल कंपनियों के शेयरों में 25 प्रतिशत से लेकर 28 प्रतिशत तक की गिरावट आ चुकी है।
25-28 प्रतिशत घटे तेल कंपनियों के शेयर
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल के शेयर ने आज 105.25 रुपए का निचला स्तर छुआ है जो गुरुवार की क्लोजिंग के मुकाबले लगभग 25 प्रतिशत कम है, इसी तरह भारत पेट्रोलियम के शेयर ने आज 238.55 रुपए का निचला स्तर छुआ है जो गुरुवार के मुकाबले 28 प्रतिशत कम है। हिंदुस्तान पेट्रोलियम के शेयर की बात करें तो उसने आज 164.20 रुपए का निचला स्तर छुआ है जो गुरुवार को मुकाबले लगभग 25 प्रतिशत कम है।
गुरुवार को सरकार ने घटाई है पेट्रोल-डीजल कीमतें
गुरुवार को केंद्र सरकार ने अपने स्तर पर पेट्रोल और डीजल में एक्साइज शुल्क 1.5 रुपए प्रति लीटर घटाया है और साथ में तेल कंपनियों को भी दाम 1 रुपए प्रति लीटर घटाने को कहा है, इस तरह से केंद्र की तरफ से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कुल 2.5 रुपए की कटौती की गई है। केंद्र के कदम के बाद भारतीय जनता पार्टी के शासन वाले 13 राज्यों जिनमें उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश भी शामिल हैं, ने भी अपने स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2.5 रुपए प्रति लीटर की कटौती की है। इस कटौती से आम आदमी को तो लाभ हुआ है लेकिन तेल कंपनियों को भारी घाटे का सामना करना पड़ रहा है।



































