नई दिल्ली। लॉकडाउन के बाद पहली बार यात्री वाहनों की बिक्री ने पिछले साल के मुकाबले बढ़त देखने को मिली है। वाहन डीलरों के संगठन फाडा ने बृहस्पतिवार को कहा कि सितंबर महीने में यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री सालाना आधार पर 9.81 प्रतिशत बढ़कर 1,95,665 इकाइयों पर पहुंच गयी। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) ने कहा कि उपभोक्ता अब सार्वजनिक परिवहन के बजाय अपनी निजी गाड़ियों को प्राथमिकता दे रहे हैं। उपभोक्ताओं के व्यवहार में आया यह बदलाव यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री में वृद्धि का मुख्य कारक है। संगठन ने कहा कि पिछले साल सितंबर में 1,78,189 यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री हुई थी। संगठन ने कहा कि उसने 1,461 क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों में से 1,254 से आंकड़े जुटाये हैं। फाडा ने कहा कि इस दौरान दोपहिया वाहनों की बिक्री सितंबर 2019 की 11,63,918 इकाइयों की तुलना में 12.62 प्रतिशत कम होकर सितंबर 2020 में 10,16,977 इकाइयों पर आ गयी। इस दौरान व्यावसायिक वाहनों की बिक्री में भी गिरावट आयी।
सितंबर 2019 में 59,683व्यावसायिक वाहनों की बिक्री हुई थी, जो 33.65 प्रतिशत कम होकर सितंबर 2020 में 39,600 इकाइयों पर आ गयी। इसी तरह तिपहिया वाहनों की बिक्री साल भर पहले की 58,485 इकाइयों से 58.86 प्रतिशत कम होकर 24,060 इकाइयों पर आ गयी। हालांकि इस दौरान ट्रैक्टरों की बिक्री में शानदार वृद्धि दर्ज की गयी। सितंबर 2019 में जहां 38,008 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई थी, वहीं सितंबर 2020 में 68,564 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई, जो सालाना आधार पर 80.39 प्रतिशत अधिक है। कुल वाहनों की बिक्री इस दौरान 10.24 प्रतिशत गिरकर 13,44,866 इकाइयों पर आ गयी। साल भर पहले समान माह में सभी श्रेणियों के 14,98,283 वाहनों की बिक्री हुई थी।
संगठन के मुताबिक कोरोना संगठन की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत को देखते हुए अधिकांश लोग आने जाने के लिए निजी वाहनों को प्राथमिकता देने लगे हैं। इसकी वजह से ही वाहनों की बिक्री को सहारा मिला है। दूसरी तरफ ग्रामीण इलाकों में बेहतर मॉनसून की वजह से सेंटीमेंट्स बेहतर हुए हैं और इसका असर ट्रैक्टर बिक्री में देखने को मिला है।