रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को कहा कि इस समय हमें उन तकनीकों और उद्योगों में आत्मनिर्भर बनने की सख्त आवश्यकता है, जो हमारे भविष्य को आकार देंगे। अंबानी ने पंडित दीनदयाल एनर्जी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में युवाओं से अपील करते हुए कहा कि आप भारत की नई और आत्मनिर्भर पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो भविष्य में भारत को एक समृद्ध और उज्जवल राष्ट्र बनाने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल एनर्जी विश्वविद्यालय के प्रति मेरा आभार और श्रद्धा सदैव है। 2007 में अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद से यह विश्वविद्यालय मेरे लिए एक पवित्र मंदिर जैसा स्थान है, जो केवल भारत के लिए नहीं, बल्कि समग्र पृथ्वी के कल्याण के लिए ज्ञान समर्पित कर रहा है।
अंबानी ने विश्वविद्यालय के गौरवपूर्ण कीर्तिमान भी गिनाए
इनोवेशन (नवाचार) में स्थान: NIRF 2025 की रैंकिंग में इनोवेशन के क्षेत्र में टॉप 50 में स्थान।
विश्व स्तरीय फैकल्टी: हमारे कई फैकल्टी सदस्यों को स्टैनफोर्ड ग्लोबल लिस्ट में विश्व के शीर्ष वैज्ञानिकों के रूप में पहचान मिली है।
अनुसंधान और पेटेंट: विश्वविद्यालय ने सैकड़ों प्रभावशाली शोध पत्र प्रकाशित किए हैं और सैकड़ों पेटेंट भी फाइल किए हैं।
आत्मनिर्भरता और प्रधानमंत्री का विज़न
पंडित दीनदयाल एनर्जी विश्वविद्यालय की स्थापना हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रेरक विचारों से हुई थी। यह उनका विज़न था कि भारत को ऊर्जा क्षेत्र में एक विश्व की अग्रणी शक्ति के रूप में स्थापित किया जाए। आज भारत एक ऐतिहासिक मोड़ पर खड़ा है। जहां वैश्विक अर्थव्यवस्था 2.5% की दर से बढ़ रही है, वहीं भारत 8% की दर से तेजी से विकास कर रहा है। इस समय हमें उन तकनीकों और उद्योगों में आत्मनिर्भर बनने की सख्त आवश्यकता है, जो हमारे भविष्य को आकार देंगे। हम चाहते हैं कि पंडित दीनदयाल एनर्जी विश्वविद्यालय ग्रीन एनर्जी, ग्रीन मैटेरियल और ग्रीन इकोनॉमी के क्षेत्र में एक विश्व का अग्रणी विश्वविद्यालय बने। रिलायंस फाउंडेशन ने पिछले 10 वर्षों में पंडित दीनदयाल एनर्जी विश्वविद्यालय के विकास में ₹150 करोड़ का महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और यह समर्थन भविष्य में भी जारी रहेगा।
युवाओं से कही ये खास बात
मुकेश अंबानी ने दीक्षांत समारोह के इस मौके पर छात्रों से कहा कि अब जब आप इस नई दुनिया में कदम रख रहे हैं, तो मैं आपको चार जीवनभर के साथियों से मिलवाना चाहता हूं:
जिज्ञासा: यह वह गुण है जो आपको हमेशा "क्यों?" और "क्यों नहीं?" पूछने के लिए प्रेरित करता है। यह आपके लिए नए रास्ते खोलेगी।
साहस: यह आपको "बड़े सपने देखने" की हिम्मत देता है और कठिनाइयों के बावजूद आगे बढ़ने का विश्वास देता है।
दृढ़ता: यह वही शक्ति है जो आपको हर बार गिरने के बाद फिर से खड़ा करती है। सफलता एक लंबी और संयमित यात्रा है, और दृढ़ता इसका साथी है।
कृतज्ञता: यह वह गुण है जो आपको हर उपलब्धि के पीछे दूसरों के योगदान को समझने और उन्हें सम्मान देने के लिए प्रेरित करता है। यह आपको ज़मीन से जुड़ा रखेगी।






































