हम भारतीय के लिए एक और गर्व का मौका बस आने ही वाला है। भारतीय मूल की हस्तियों के गूगल, माइक्रोसाफ्ट को लीड करने से लेकर अमेरिका की उपराष्ट्रपति बनने जैसे गर्व के पलों का हम जश्न मना चुके हैं। अब ऐसा ही अवसर देने वाले हैं भारतीय मूल के अजय बंगा। कल ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने मास्टरकार्ड के पूर्व सीईओ अजय बंगा को वर्ल्ड बैंक (World Bank) के प्रमुख के रूप में नॉमिनेट किया है। 63 साल के बंगा फिलहाल दुनिया की सबसे बड़ी प्राइवेट इक्विटी फर्मों में से एक जनरल अटलांटिक (General Atlantic) के वाइस चेयरमैन हैं। आइए जानते हैं कि अजय बंगा कौन हैं और इनका भारत से कितना गहना रिश्ता है?
कौन हैं अजय बंगा
अजय बंगा की पहचान भारत से जुड़ी हुई है। उनका पूरा नाम अजयपाल सिंह बंगा (Ajaypal Singh Banga) है। बंगा का जन्म 10 नवंबर 1959 में महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था। उनके पिता हरभजन सिंह बंगा सेना में लेफ्टिनेंट जनरल थे। उनका परिवार मूल रूप से जालंधर का रहने वाला है। उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रैजुएशन और आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए किया हुआ है। भारत सरकार ने साल 2016 में उन्हें पदमश्री से सम्मानित किया था। मशहूर पत्रिका फॉर्च्यून ने 2012 में बंगा को ‘शक्तिशाली उद्योगपति-2012’ के तौर पर चुना था। वह हिंदुस्तान यूनिलीवर के पूर्व चेयरमैन मानविंदर सिंह बंगा के भाई हैं।
पिज्जाहट भारत लाने में अहम योगदान
एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद 1981 में उन्होंने नेसले इंडिया बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी जॉइन किया और 13 साल में मैनेजर बन गए। इसके बाद वे पेप्सिको के रेस्टोरेंट डिवीजन का हिस्सा बने। भारत में इस समय काफी चर्चित पिज्जाहट और KFC लाने में उनका अहम योगदान है।
मास्टरकार्ड में लंबा अनुभव
अजय फिलहाल दुनिया की सबसे बड़ी प्राइवेट इक्विटी फर्मों में से एक जनरल अटलांटिक के वाइस-चेयरमैन है। इससे पहले वह दिग्गज क्रेडिट कार्ड कंपनी मास्टरकार्ड के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन और सीईओ थे। 2009 में मास्टरकार्ड के CEO बने थे। उनके कार्यकाल के दौरान भारत में मास्टर कार्ड को काफी विस्तार मिला। इसके साथ ही मास्टर कार्ड के सिक्योरिटी फीचर लाने में भी उनका अहम योगदान है। मास्टकार्ड में विभिन्न भूमिकाओं पर काम करने के अलावा वह अमेरिकन रेड क्रॉस, क्रॉफ्ट फूड्स और डाउ इंक के बोर्ड में भी सेवाएं दे चुके हैं।
बाइडन ने की पंसद कैसे बने बंगा
अजय बंगा को विश्व बैंक के नए अध्यक्ष के रूप में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ही नामित किया है। नए अध्यक्ष की नियुक्ति पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि बंगा के पास जलवायु परिवर्तन सहित दुनिया की कई अहम चुनौतियों का अच्छा खासा अनुभव है, जिन्हें देखते हुए अमेरिका ने उनका नाम नॉमिनेट करने का फैसला किया है।
पद छोड़ रहे हैं मौजूदा चीफ मालपास
विश्व बैंक के मौजूदा प्रमुख डेविड मालपास ने कुछ दिनों पहले ही ऐलान किया था कि वह आगामी जून में समय से पहले ही अपने पद से हट जाएंगे। दरअसल मालपास का 5 सालों का कार्यकाल अप्रैल 2024 में खत्म हो रहा है। उनकी नियुक्ति डोनाल्ड ट्रंप ने की थी। ऐसे में वर्ल्ड बैंक के मौजूदा प्रमुख मलपास के बाद बंगा का इस महत्वपूर्ण पद पर आसीन होना तय माना जा रहा है। वर्ल्ड बैंक में भारत सहित दुनिया के 189 देश सदस्य हैं।