डिपॉजिटरी कंपनी NSDL यानी नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड अगले महीने तक अपना आईपीओ मार्केट में लॉन्च कर देगी। बहुप्रतीक्षित 3,000 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी आईपीओ को लेकर गुरुवार को एक बड़े अधिकारी ने कहा कि मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशन (MII) के रूप में, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अलावा दूसरे अनुमोदनों की भी जरूरत है। यह अनुमोदन ही है जिसकी समय सीमा निकट है।
तिथि से पहले आईपीओ लॉन्च करने की तैयारी
खबर के मुताबिक, अधिकारी ने आईपीओ के लिए समयसीमा पर एक खास सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमारी तिथियां अगले महीने समाप्त हो रही हैं। हम चीजों को तेजी से पूरा करने के लिए समय के खिलाफ दौड़ रहे हैं। हम तिथि से पहले आईपीओ लॉन्च करने का प्रयास करेंगे। डीआरएचपी के लिए 12 महीने की समयसीमा सितंबर में खत्म हो रही है, लेकिन यह सेबी द्वारा दी गई MII स्वीकृति है जो भारत के अधिकांश डीमैटेरियलाइज्ड खातों को संभालने वाली डिपॉजिटरी को शेयर बिक्री प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए प्रेरित कर रही है।
देरी की वजह पर क्या था कंपनी का जवाब
अधिकारी से जब पूछा गया कि क्या आईपीओ में देरी के पीछे अस्थिर बाजार स्थितियां हैं तो इस पर उनका जवाब था कि इस स्थिति में भी कुछ पेशकश बाजार में आ रही हैं। शेयर बिक्री में देरी के कारणों पर एक सवाल का जवाब देते हुए, अधिकारी ने जनशक्ति के मोर्चे पर चुनौतियों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि किए जाने वाले काम की मात्रा बहुत अधिक है। बता दें, एनएसडीएल को पिछले साल सितंबर में आईपीओ के लिए सेबी से हरी झंडी मिली थी।
कंपनी के नेट प्रॉफिट में 30 प्रतिशत की वृद्धि
रिपोर्ट के मुताबिक, एनएसई, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और एचडीएफसी बैंक इस निर्गम में 5.72 करोड़ इक्विटी शेयर बेचने की योजना बना रहे हैं जो पूरी तरह से बिक्री के लिए पेशकश (ओएफएस) होगी। बीते हफ्ते, एनएसडीएल ने दिसंबर तिमाही में अपने नेट प्रॉफिट में 30 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 85.8 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की थी, जो एक साल पहले की समान अवधि में 66.09 करोड़ रुपये थी। अक्टूबर-दिसंबर 2024 की अवधि में इसकी कुल आय 16.2 प्रतिशत बढ़कर 391.21 करोड़ रुपये हो गई थी।



































