शेयर बाजार में पिछले 4 दिन से जारी गिरावट आज थम गई। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन में शेयर बाजार हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहा। बीएसई सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 14.54 अंक चढ़कर एक बार फिर 66 हजार के पार 66,023.69 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 1.30 अंक की मामूली तेजी के साथ 19,675.55 अंक पर बंद हुआ। हालांकि, आज डेल्टा कॉर्प के शेयर में बड़ी गिरावट। 11 हजार करोड़ से अधिक के जीएसटी डिमांड के बाद स्टॉक करीब 17 फीसदी टूटकर 145.65 रुपये पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल महिंद्रा, विप्रो, इन्फोसिस जैसे हेवीवैट शेयरों में आज गिरावट रही।
बजाज फाइनेंस में सबसे ज्यादा तेजी
सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस सबसे ज्यादा 4.64 प्रतिशत मजबूत हुआ। इसके अलावा बजाज फिनसर्व, कोटक महिंद्रा बैंक, एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईसीआईसीआई बैंक, एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में इन्फोसिस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंडसइंड बैंक और एचसीएल टेक्नोलॉजीज शामिल हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘आज का कारोबार मिला-जुला रहा। रियल्टी, बैंक और टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र का प्रदर्शन बेहतर रहा जबकि आईटी तथा औषधि क्षेत्र संघर्ष करते दिखे। निवेशक वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़े शेयरों की जगह घरेलू अर्थव्यवस्था से संबद्ध शेयरों को तरजीह दे रहे हैं।’’
आर्थिक नरमी को लेकर चिंता बढ़ी
नायर ने कहा कि लंबे समय तक उच्च नीतिगत दर को देखते हुए वैश्विक स्तर पर आर्थिक नरमी को लेकर चिंता बढ़ी है। विश्लेषकों के अनुसार, जेपी मॉर्गन के सरकारी बॉन्ड सूचकांक-उभरते बाजार श्रेणी (जीबीआई-ईएम) में भारत की सरकारी प्रतिभूतियों के शामिल होने से वित्तीय क्षेत्र को मजबूती मिली। इससे कोष की लागत में कमी आने की उम्मीद है। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे, जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार में शुक्रवार को गिरावट रही थी। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.39 प्रतिशत की बढ़त के साथ 93.63 डॉलर प्रति बैरल रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 1,326.74 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की। सितंबर के पहले तीन सप्ताह में एफआईआई भारतीय बाजार से 10,000 करोड़ रुपये से अधिक निकाल चुके हैं।