घरेलू बाजार में कीमतें नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर सोना सुरक्षित निवेश की मांग और उम्मीद से कम अमेरिकी उपभोक्ता मुद्रास्फीति के आंकड़ों के कारण रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
मजबूत हाजिर मांग के चलते सटोरियों द्वारा ताजा सौदे करने से बुधवार को वायदा कारोबार में भी सोने के भाव में बढ़त दिखी। चांदी की कीमत बढ़कर करीब तीन सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गई।
आज लगातार दूसरे दिन सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। गुरुवार को भी सोने के भाव में 200 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट दर्ज की गई थी। कल सोने का भाव 89,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था। आज 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत में भी 200 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है।
जानकार का कहना है कि सुरक्षित निवेश की मांग मजबूत रहने के चलते सोने की तेजी जारी रहने की उम्मीद है। ऐसा इसलिए, क्योंकि दुनिया भर के केंद्रीय बैंक सोना जमा करना जारी रखे हुए हैं।
हाल के वर्षों में, सोने ने इक्विटी और बॉन्ड दोनों से बेहतर प्रदर्शन किया है। वैश्विक अनिश्चितताओं और कमजोर रुपये के साथ, यह रुख जारी रहने की संभावना है।
अगर आपके पास RuPay कार्ड है तो आप मेकिंग चार्ज पर सीधे-सीधे 25 प्रतिशत की छूट प्राप्त कर सकते हैं। जी हां, रुपे अपने ग्राहकों के लिए एक शानदार ऑफर लेकर आया है। इस ऑफर के तहत, अगर आप कल्याण ज्वैलर्स से सोने की ज्वैलरी खरीदते हैं तो आप मेकिंग चार्ज पर सीधे-सीधे 25 प्रतिशत की छूट प्राप्त कर सकते हैं।
एमसीएक्स पर सोने की कीमतें लगातार 7वें हफ्ते उच्च स्तर पर बंद होने के लिए तैयार हैं। बताते चलें कि साल 2020 में कोरोना के दौरान सोने के भाव में आई रैली के बाद ये सबसे लंबी रैली होगी।
अमेरिका की तरफ से लगाए टैरिफ के चलते लगातार वैश्विक अनिश्चितता ने सोने की स्थिति को सुरक्षित-संपत्ति के रूप में मजबूत किया है, बैंकों और फंडों ने हाई अलॉटमेंट बनाए रखा है।
वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, घरेलू मांग बढ़ने के कारण जनवरी में उसका सोने का आयात 40.79 प्रतिशत बढ़कर 2. 68 अरब डॉलर हो गया। आयात में वृद्धि से यह भी संकेत मिलता है कि निवेशकों का इस कीमती धातु पर भरोसा मजबूत है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि आज से करीब 10 साल पहले, सोने का भाव काफी कम था। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के मुताबिक 19 फरवरी, 2015 को सोने की कीमत 24,150 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। जबकि 10 फरवरी को इसका भाव 81,803 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण निवेश को विविध रूप देने के लिए सोने में निवेश, बैंकों की मांग और सीमा शुल्क में कटौती है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस साल अभी तक सोने की कीमत 11 प्रतिशत बढ़कर 88,200 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। भारत का सोने का आयात 2023-24 में 30 प्रतिशत बढ़कर 45.54 अरब डॉलर रहा।
सोने की बढ़ती कीमतों ने आम निवेशकों और खरीदारों की टेंशन बढ़ा दी है। इससे भी बड़ी टेंशन की बात ये है कि सोना खरीदने वाले लोगों को अब बढ़े हुए भाव के हिसाब से ही जीएसटी और मेकिंग चार्ज भी चुकाना होगा। अब मान लीजिए आप 80,000 रुपये की एक गोल्ड चेन खरीद रहे हैं, जिस पर 15 प्रतिशत मेकिंग चार्ज है।
99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 10 फरवरी को 2,430 रुपये बढ़कर 88,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभावों को लेकर अनिश्चितता के चलते सोने की कीमत में रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गई है।
एसजीबी तो बंद हो चुका है, लेकिन अगर आप गोल्ड में निवेश करना पसंद करते हैं तो आपके पास अभी भी कई ऑप्शन उपलब्ध हैं। यहां हम आपको गोल्ड में इंवेस्ट करने के लिए अलग-अलग इंवेस्टमेंट टूल्स के बारे में बताएंगे।
सोने की खरीद पर आपको 3 प्रतिशत जीएसटी और मेकिंग चार्ज अलग से चुकाना होता है। अलग-अलग ज्वैलरी और डिजाइन के हिसाब से मेकिंग चार्ज कम-ज्यादा हो सकते हैं। इसके अलावा, अलग-अलग स्टोर्स पर अलग-अलग मेकिंग चार्ज होते हैं।
जानकार का कहना है कि निवेशकों का ध्यान अमेरिकी मैक्रोइकॉनोमिक डेटा पर रहेगा। डेटा रिलीज अमेरिकी डॉलर और सोने की कीमत को कुछ बढ़ावा दे सकता है।
सोने का शानदार प्रदर्शन एक एसेट क्लास के रूप में इस पीली धातु को अलग पहचान दे रहा है। सोने से भारतीय का लगाव हमेशा से रहा है। कीमत कितनी भी बढ़ जाए लेकिन यह प्यार कम होने वाला नहीं है।
शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। 23 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी में पीली धातु 170 रुपये बढ़कर 82,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी।
सोने की कीमत लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गई है। इसके साथ ही सोने ने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। चांदी भी पीछे नहीं रहना चाह रही है।
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