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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश 'गरीबों के आवास की दिशा में मील का पत्‍थर साबित होगा Light House Project'

'गरीबों के आवास की दिशा में मील का पत्‍थर साबित होगा Light House Project'

Light House Project: देश में छह राज्यों में ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज इंडिया (जीएचटीसी इंडिया) की नींव और प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के वितरण कार्यक्रम में दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली जुड़े जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहीद पथ स्थित अवध विहार योजना में प्रस्तावित प्रोजेक्ट से लाइव जुड़े। 

लखनऊ. उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की प्रेरणा से शहरी गरीबों को टिकाऊ और आपदारोधी आवास उपलब्‍ध कराने में उत्‍तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) को सफलता मिली है और इस दिशा में 'लाइट हाउस प्रोजेक्‍ट' (Light House Project) मील का पत्‍थर साबित होगा। शुक्रवार को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ प्रधानमंत्री आवास योजना- शहरी (PM Awas Yojana Urban) के अन्‍तर्गत अवध बिहार योजना, शहीद पथ, लखनऊ में 131 करोड़ रुपये की लागत की परियोजना 'लाइट हाउस प्रोजेक्‍ट' (एलएचपी) के शिलान्‍यास के मौके पर बोल रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना का ऑन लाइन शिलान्‍यास किया।

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देश में छह राज्यों में ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज इंडिया (जीएचटीसी इंडिया) की नींव और प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के वितरण कार्यक्रम में दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली जुड़े जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहीद पथ स्थित अवध विहार योजना में प्रस्तावित प्रोजेक्ट से लाइव जुड़े। इस मौके पर अपने संबोधन में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने नव वर्ष की बधाई देते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्‍होंने कहा कि सबके लिए आवास की इस योजना में शहरी क्षेत्र में उत्‍तर प्रदेश में अब तक 17 लाख 58 हजार परिवारों को एक-एक आवास आवंटित किया गया है जिसमें छह लाख 15 हजार आवास पूर्ण होकर गरीब परिवारों को उपलब्‍ध कराये जा चुके हैं और 10 लाख 80 हजार आवास निर्माण की प्रक्रिया से जुड़े हुए हैं।

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उन्‍होंने क‍हा कि यह परियोजना पूरी प्रतिबद्धता और समयबद्धता के साथ आवासहीन गरीबों को आवास उपलब्‍ध कराने में सफल हुई है। यह टिकाऊ और आपदारोधी तकनीक से बन रही है। एलएचपी के लिए उत्‍तर प्रदेश का चयन मॉडल के रूप में किया गया है। सरकारी प्रवक्‍ता ने बताया कि लखनऊ में पांच टावर्स में 14 मंज़िल में कुल 1040 आवासों का निर्माण किया जाएगा जो अधिक टिकाऊ, पर्यावरण अनुकूल और भूकंपरोधी होंगे।

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प्रवक्‍ता के मुताबिक लखनऊ के 1040 शहरी गरीबों को मात्र पौने पांच लाख में 415 वर्गफुट एरिया का फ्लैट अगले साल सौंपा जाएगा। इसकी कीमत 12 लाख 59 हजार होगी, इसमें केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से सात लाख 83 हजार रुपये अनुदान के रूप में दिए जाएंगे। शेष धनराशि चार लाख 76 हजार ईडब्ल्यूएस श्रेणी के लाभार्थी को देने होंगे। फ्लैट का आवंटन प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अनुसार किया जाएगा और डूडा के माध्यम से डीएम की अध्यक्षता में खुली लॉटरी कराई जाएगी।

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सरकारी प्रवक्ता के अनुसार आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार ने शहरी कमजोर वर्गों को ध्यान में रखते हुए पांच अन्‍य राज्‍यों समेत उत्तर प्रदेश में लखनऊ को लाईट हाउस प्रोजेक्ट के तहत आवास बनाने के लिए चुना है। शहीद पथ स्थित अवध विहार योजना में बनने वाले एलएचपी का क्रियान्वयन 34.50 वर्ग मीटर कारपेट एरिया में किया जा रहा है। प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश सरकार भवन निर्माण सम्बन्धित अनुसंधान संस्थाओं, छात्रों, प्रौद्योगिकी संस्थाओं, वास्तुविदों और अभियंताओं में नई तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा दे रही है। प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में नई तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है, जिस कारण निर्माण कार्य करीब एक साल में पूरा हो सकेगा।

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