नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का मानना है कि भारत को संकट को अवसर में बदलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से जो नुकसान हुआ है उसके मद्देनजर बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। गडकरी ने पीटीआई के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कहा कि हम ऐसी राजमार्ग परियोजनाओं में फिर से निर्माण शुरू करने के लिए राज्य सरकारों के साथ बातचीत कर रहे हैं जिनमें प्रवासी मजदूरी को रोजगार मिल सके। मंत्री ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए राज्य सरकारों के साथ बातचीत की जा रही है। देशभर में करीब 20 लाख प्रवासी मजदूर या तो अपने गावों को लौट गए है या रास्ते में आश्रय स्थलों पर फंसे हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी सड़क क्षेत्र के अधिकारियों के साथ बैठक हुई है। यदि कोरोना वायरस के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए जाएं तो परियोजनाओं में काम शुरू हो सकता है। हमें दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। कुछ स्थानों पर कलेक्टरों ने अनुमति दी है, कुछ पर नहीं दी है। हमें राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ इस पर आगे जानकारी ले रहे हैं। गडकरी ने कहा कि राजमार्ग निर्माण पर नयी ऊर्जा के साथ जुटना चाहिए। कोरोना वायरस की वजह से राजमार्ग क्षेत्र ने काफी अड़चन झेली है। आने वाले वर्षों में हमें बुनियादी ढांचा क्षेत्र को शीर्ष प्राथमिकता देनी होगी। अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचा जरूरी है। मंत्री ने कहा कि राजमार्ग क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए योजना तैयार है। समिति बनाई गई है। राजमार्ग परियोजनाओं में युद्धस्तर पर काम शुरू करने की जरूरत है। इनमें एक लाख करोड़ रुपये की दिल्ली-मुंबई की नई एक्सप्रेसवे परियोजना शामिल है। इस परियोजना से राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश के पिछड़े और दूरदराज क्षेत्रों के विकास में मदद लिगी।