नई दिल्ली। ब्रिटेन की अदालत द्वारा विजय माल्या के प्रत्यर्पण का आदेश दिए जाने के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि यह भारत के लिए बड़ी सफलता का दिन है। सप्रंग (यूपीए) सरकार के दौरान फायदा उठाने वाले भगोड़े को राजग (एनडीए) सरकार ने कटघरे में खड़ा किया है।
ब्रिटेन की एक अदालत ने सोमवार को भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण का आदेश दिया है। यह फैसला भारत के उन प्रयासों की बड़ी सफलता है जिसमें भगोड़े कारोबारी को 9000 करोड़ रुपए के लोन डिफॉल्ट मामले में अदालती कार्रवाई का सामना करना है।
अपना आदेश सुनाते हुए वेस्टमिनस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ड की मुख्य मजिस्ट्रेट जज एमा अबरथनोट ने कहा कि माल्या के खिलाफ फर्जी मामला बनाने के यहां कोई भी सबूत नहीं मिले हैं। जेटली ने एक ट्विट कर कहा कि भारत के लिए यह बहुत बड़ा दिन है। जो भारत के साथ धोखा करेगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा। ब्रिटेन की अदालता का फैसला स्वागतयोग्य है। एक भगोड़े, जिसने यूपीए सरकार के दौरान फायदा उठाया, एनडीए सरकार ने उसे देश में वापस लाकर कटघरे में खड़ा किया है।
माल्या, मार्च 2016 में देश छोड़कर लंदन चले गए थे। माल्या पर अपनी एयरलाइन किंगफिशर के लिए विभिन्न बैंकों से लिए गए 9,000 करोड़ रुपए वापस न करने का आरोप है।