PM Modi will deliver inaugural address at 125 Annual Session of CII on Tuesday
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के 125वें वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए CII को 125 वर्ष पूरा होने पर बधाई दी है।। भारतीय उद्योग परिसंघ की स्थापना 1895 में हुई थी। पीएम मोदी अपना यह संबोधन ऐसे समय पर दे रहे हैं, जब कोरोना वायरस लॉकडाउन के बाद उद्योग जगत धीरे-धीरे दोबारा अपना परिचालन शुरू कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च से लागू था, जो अब एक जून से धीरे-धीरे हटने लगा है।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, "दुनिया में जब कोरोना वायरस पैर फैला रहा था तो भारत ने सही समय पर सही तरीके से सही कदम उठाए। दुनिया के तमाम देशों से तुलना करें तो आज हमें पता चलता है कि भारत में लॉकडाउन का कितना व्यापक प्रभाव रहा। इस लॉकडाउन में भारत ने कोरोना से लड़ाई के लिए संसाधन तैयार किए और मानव जीवन को बचाने का पूरा प्रयास किया।"
उन्होंने आगे कहा, "इसके आगे क्या, यह सवाल है। इंडस्ट्री लीडर्स के नाते आपके मन में यह सवाल जरूर होगा कि अब सरकार क्या करने जा रही है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के बारे में भी मुझे पक्का विश्वास है कि आपके मन में मंथन चलता होगा और कुछ सवाल भी होंगे।"
पीएम ने कहा कि कोरोना के खिलाफ इकोनॉमी को फिर मजबूत करना उनकी उच्चतम प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि जो फैसले अभी तुरंत लेने की जरूरत है सरकार वो तो ले ही रही है, लेकिन साथ साथ ऐसे फैसले भी लिए गए हैं जो लंबी अवधि में देश की मदद करेंगे।
इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना ने गरीबों को तुरंत लाभ देने में बहुत मदद की है। इस योजना के तहत करीब 74 करोड़ लाभार्थियों के घर तक राशन पहुंचाया जा चुका है। प्रवासी श्रमिकों के लिए भी राशन पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा अभी तक गरीब परिवारों को 53 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की वित्तीय सहायता दी जा चुकी है।
पीएम मोदी ने कहा, "महिलाएं हो, दिव्यांग हो, बुजुर्ग हो, श्रमिक हो हर किसी को इससे लाभ मिला है। लॉकडाउन के दौरान सरकार ने गरीबों को 8 करोड़ से ज्यादा गैस सिलंडेर उनके घर तक मुफ्त में पहुंचाए, इतना ही नहीं, प्राइवेट सेक्टर के करीब 50 लाख कर्मचारियों के खाते में 24 प्रतिशत ईपीएफ कंट्री ब्यूशन सरकार ने किया है 800 करोड़ रुपए जमा कराए। भारत को फिर से तेज विकास के पथ पर लाने के लिए आत्मनिर्भर भारत के लिए 5 बातें बहुत जरूरी हैं।"
उन्होंने यह भी कहा, "हाल में जो बोल्ड फैसले लिए उसमें आपको इन सभी की झलक मिल जाएगी, हमने तमाम सेक्टर के लिए फ्यूचर तैयार किया है। इसके लिए आज भारत बड़ी उड़ान के लिए तैयार है। हमारे लिए रिफॉर्म रेंडम फैसले नहीं रहे हैं। हमारे लिए रिफॉर्म एक फ्यूचरिस्टिक प्रोसेस है। हमारे लिए रिफॉर्म का मतलब है फैसले लेने का साहस करना और उन्हें लॉजीकल कन्क्लूजन तक लेकर जाना।"
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय उद्योग परिसंघ के 125वें वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन किया और संगठन को बधाई दी। पूरे दिन चलने वालेइस वर्चुल कार्यक्रम की थीम गेटिंग ग्रोथ बैक है और इसमें पीरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल, आईटीसी लिमिटेड के सीएमडी संजीव पुरी, बायकॉन की सीएमडी किरन मजूमदार शॉ, एसबीआई चेयरमैन रजनीश कुमार, कोटक महिंद्रा बैंक के सीईओ और सीआईआई-अध्यक्ष-नामित उदय कोटक और सीआईआई अध्यक्ष विक्रम किर्लोस्कर भाग ले रहे हैं।






































