Finance Experts of Social Media: '10 हजार से एक घंटे में बनाएं 1 लाख रुपये, एक टिप्स और अमीर होना कंफर्म, अमीर बनने के ये हैं तरीके' ऐसे और कई तरह के हेडलाइन वाले कंटेंट आपको सोशल मीडिया पर पढ़ने और देखने को मिल जाता है। आजकल के सोशल मीडिया के फाइनेंस एक्सपर्ट बिना किसी सटीक जानकारी के आपको कंटेंट परोस दे रहे हैं। इससे लोगों को नुकसान भी हो जाता है। आम यूजर्स की सेफ्टी के लिए सेबी ने कमर कस ली है। बाजार नियामक सेबी सोशल मीडिया पर निवेश से जुड़ी सलाह देने वाले गैर-रजिस्टर्ड इन्फ्लुएंसर के बारे में नियमों एवं दिशानिर्देशों को एक-दो महीने में अंतिम रूप दे देगा। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने बुधवार रात को निदेशक मंडल की बैठक के बाद संवावददाताओं को यह जानकारी दी।
सेबी प्रमुख ने जताई चिंता
उन्होंने कहा कि वित्तीय इंफ्लूएंसर के नियमन के लिए एक परिचर्चा पत्र तैयार किया जा रहा है और अगले दो महीनों में इसे सार्वजनिक टिप्पणी के लिए जारी कर दिया जाएगा। पिछले कुछ वर्षों में सोशल मीडिया मंचों पर वित्तीय मामलों में सलाह देने वाले जानकारों की भरमार हो गई है। इनमें से अधिकतर सेबी के पास वित्तीय सलाहकार के रूप में पंजीकृत भी नहीं हैं। यूट्यूब, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, व्हाट्सऐप और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया मंचों पर वित्तीय सलाह देने वाले लोगों को लेकर सेबी पहले भी लोगों को आगाह करता रहा है। इसके साथ ही उसने इन गैर-पंजीकृत सलाहकारों के खिलाफ कदम उठाने का भी जिक्र किया था। सेबी प्रमुख ने कहा कि हमें इससे समस्या नहीं है कि कोई व्यक्ति निवेशकों को बाजार एवं निवेश के बारे में जागरूक करना चाहे। लेकिन अगर वे बिना किसी वजह के निवेश सलाह देते हैं और सेबी के पास पंजीकृत भी नहीं हैं तो हमें इससे गंभीर समस्या है।
सरकार को इंफ्लूएंसर नहीं दे रहे टैक्स
उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब आयकर विभाग देश के टॉप 35 सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर को करोड़ों रुपये का टैक्स भुगतान नहीं करने पर नोटिस भेज चुका है। पिछले हफ्ते केरल में 13 बड़े यूट्यूबर के ठिकानों पर तलाशी अभियान भी चलाया गया था। ऐसी चर्चा है कि कुछ इंफ्लूएंसर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर दर्शक संख्या के आधार पर कमीशन के रूप में मोटी राशि पाते हैं और वे अपने सुझाए गए स्टॉक में लेनदेन कर उससे भी कमाई करते हैं।