9 दिनों से जारी भयावह परिचालन संकट की जांच के लिए इंडिगो अपने मैनेजमेंट और बोर्ड के साथ काम करने के लिए एक बाहरी टेक्निकल एक्सपर्ट बुलाएगी। बताते चलें कि इंडिगो ने 2 दिसंबर से लेकर 10 दिसंबर तक 5000 से भी ज्यादा फ्लाइट्स को कैंसिल किया, जिसकी वजह से देशभर में लाखों यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता ने बुधवार को एक वीडियो मैसेज जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि परिचालन संकट की जांच में हर पहलू को कवर किया जाएगा और इस संकट को दोबारा होने से रोकने के लिए सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी।
हर पहलू की जांच करेंगे
विक्रम मेहता ने अपने बयान में कहा, “हम आपको भरोसा दिलाते हैं कि हम हर पहलू की जांच करेंगे कि क्या गलत हुआ और हम उससे सीखेंगे। बोर्ड ने फैसला किया है कि वे मैनेजमेंट के साथ काम करने और असली वजहों का पता लगाने और सुधारात्मक कार्रवाई पक्का करने में मदद के लिए एक बाहरी टेक्निकल एक्सपर्ट को शामिल करेगा। ताकि, इस लेवल की रुकावट फिर कभी न हो।”
मेहता ने यात्रियों से मांगी माफी
इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के चेयरमैन विक्रम मेहता ने इन घटनाओं से प्रभावित हुए यात्रियों से व्यक्तिगत रूप से माफी मांगी और माना कि फैमिली गैदरिंग, बिजनेस मीटिंग और इंटरनेशनल कनेक्शन मिस होने से उन्हें परेशानी हुई। उन्होंने कहा, “मैं बहुत आसान और साफ-साफ कहना चाहता हूं। हमें अफसोस है। हम उन दिनों आपकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे और इसके लिए हमें सच में अफसोस है।”
उन्होंने कहा कि फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से हजारों लोग फंसे रहे, सामान देरी से पहुंचा या गलत जगह भेज दिया गया। उनसे पहले जवाब देने की अपील के बावजूद, उन्होंने कहा कि बोर्ड को लगा कि उसका पहला फर्ज CEO पीटर एल्बर्स और उनकी टीम को सपोर्ट करना है, क्योंकि वे ऑपरेशन को स्थिर करने के लिए काम कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा, "इस स्थिरता के साथ, मुझे लगता है कि ये मेरे लिए बोलने का सही समय है।"
इंडिगो पर लगाए गए सही और गलत आरोप
मेहता ने इस संकट को लेकर हो रही इंडिगो की आलोचना पर कहा कि जो दावे किए जा रहे हैं, उनमें से कुछ गलत हैं। उन्होंने कहा, "बहुत आलोचना हुई है, कुछ सही हैं, कुछ नहीं। सही आलोचना ये है कि एयरलाइन ने आपको निराश किया।" उन्होंने कहा कि इंडिगो पर आरोप लगाए गए कि एयरलाइन ने खुद इस संकट को पैदा किया, सरकारी नियमों को प्रभावित करने की कोशिश की, सुरक्षा से समझौता किया या बोर्ड को जानकारी नहीं दी, ये आरोप और दावे गलत हैं।
कई वजहों से आई दिक्कत
उन्होंने कहा, "इंडिगो ने FDTL नियमों का पालन किया है, जैसे ही वे लागू हुए। हमने जुलाई और नवंबर दोनों में नए नियमों के तहत काम किया। हमने उन्हें बाईपास करने की कोशिश नहीं की। न ही हमने ऐसा कुछ किया जिससे सुरक्षा के हमारे बेदाग ट्रैक रिकॉर्ड पर बुरा असर पड़ा हो।" मेहता ने कहा कि ये संकट “छोटी-मोटी तकनीकी गड़बड़ियों, सर्दियों के मौसम की शुरुआत से जुड़े शेड्यूल में बदलाव, खराब मौसम, एविएशन सिस्टम में बढ़ी भीड़ और अपडेटेड क्रू रोस्टरिंग नियमों के तहत लागू करने और ऑपरेशन समेत अंदरूनी और अचानक हुई बाहरी घटनाओं के मिले-जुले असर से पैदा हुआ है।”



































