Android User Never Do this 5 big Mistake: स्मार्टफोन की दुनिया में हमें दो तरह के ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टफोन देखने को मिलते हैं. एक एंड्रॉयड और दूसरा आईओएस बेस्ड स्मार्टफोन. अधिकांश लोग एंड्रॉयड स्मार्टफोन ही इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि iOS वाले ऐप्पल स्मार्टफोन काफी महंगे होते हैं. एंड्रॉयड स्मार्टफोन में हमें iOS की तुलना में तुलना में फीचर्स अधिक मिलते हैं. एंड्रॉयड स्मार्टफोन सस्ते मिलते हैं लेकिन इनमें एक बड़ी समस्या यह रहती है कि इनसे पर्सनल डेटा लीक होने का खतरा काफी ज्यादा रहता है. एंड्रॉयड स्मार्टफोन को हैकर बड़ी ही आसानी से हैक कर सकते हैं और इनमें वायरस भी आसानी से इंस्टाल किया जा सकता है. हालांकि हम कुछ बातों का ध्यान रखें तो अपने फोन से डेटा को लीक होने से रोक सकत हैं।
अक्सर देखा जाता है कि फोन से डेटा लीक होने के पीछे ज्यादातर हमारी गलती ही होती है. हम फोन को लापरवाही से इस्तेमाल करते हैं और बिना सोचे समझे तरह तरह की वेसबसाइट विजिट करते हैं जिससे पर्सनल डेटा लीक का खतरा बढ़ जाता है. अगर आप भी एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर हैं तो आपको कुछ गलतियां करने से जरूर बचना चाहिए ताकि आप अपने फोन को हैक होने से बचा सकें।
थर्ड पार्टी लॉक स्क्रीन से बचे
अक्सर लोग अपने स्मार्टफोन को ज्यादा सेफ करने के चक्कर में थर्ड पार्टी ऐप लॉक स्क्रीन का उपयोग करते हैं। यह आपके फोन के लिए और अधिक रिस्की रहता है. इस तरह के ऐप से फोन का डेटा चोरी होने का खतरा बना रहता है। फोन को लॉक करने के लिए उन्हीं ऐप्स का इस्तेमाल करना चाहिए जो प्री इंस्टाल्ड हों।
पब्लिक WiFi का इस्तेमाल न करें
हर कोई फ्री में इंटरनेट सर्विस चाहता है और इस चक्कर में कई लोग रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप, होटल आदि जगहों पर पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करने लगते हैं. पब्लिक वाई-फाई से फ्री इंटरनेट तो मिल जाता है लेकिन यह बहुत ज्यादा ही सिक्योरिटी रिस्क वाला होता है। कई बार हैकर्स इस मीडियम से भी आपके स्मार्टफोन का डेटा चुरा लेते हैं।
इंस्टाल्ड ऐप्स को अपडेट ना करना
आपको फोन में इंस्टाल्ड ऐप्स को समय समय पर अपडेट करना बेहद जरूरी होता है. अगर किसी ऐप्स का इस्तेमाल आपने काफी समय से नहीं किया है और वह जरूरी नहीं है तो उसे अपने फोन से डिलीट कर दें. ये पुराने ऐप्स डेटा चोरी करने का काम करते हैं।
डेटा यूज लिमिट को सेट करें
एंड्रायड फोन यूजर को अपने फोन्स में डेटा लिमिट को सेट करना चाहिए. इससे कई तरह के फायदे हैं. मौजूदा समय मे डेटा प्लान खत्म होने में समय नहीं लगता ऐसे में अगर आप डेटा लिमिट को सेट करते हैं तो पूरा प्लान एक साथ खत्म नहीं होगा और जरूरत पड़ने पर खुद के डेटा को ही इस्तेमाल कर सकते है।
ऐप्स इंस्टाल करते समय रखें ध्यान
कभी भी स्मार्टफोन में ऐसे सोर्स से कोई ऐप नहीं इंस्टाल करना चाहिए जिसके सोर्स की विश्वसनीयता न हो. थर्ड पार्टी सोर्स वाले ऐप्स से बैंकिंग संबंधी डेटा लीक होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. थर्ड पार्टी ऐप आपके फोन में वायरस को इंस्टाल कर सकते हैं. ऐप्स डाउनलोड करने या फिर इंस्टाल करने के लिए गूगल प्ले स्टोर का ही इस्तेमाल करें।