नयी दिल्ली। आयकर विभाग ने आयकरदाताओं को रिफंड का वादा करने वाले ‘फिशिंग’ ई-मेल से आगाह किया है। विभाग ने रविवार को ट्वीट कर करदाताओं को सतर्क करते हुए कहा कि वे ऐसे किसी लिंक पर क्लिक नहीं करें, जिसमें रिफंड का वादा किया गया हो। ये संदेश आयकर विभाग की ओर से नहीं भेजे गए हैं।
ताजा आंकड़ों के अनुसार 8-20 अप्रैल के दौरान विभाग ने विभिन्न श्रेणी के करदाताओं को 9,000 करोड़ रुपये से अधिक के 14 लाख रिफंड जारी किए हैं। इनमें व्यक्तिगत, हिंदू अविभाजित परिवार, प्रॉप्राइटर, फर्म, कॉरपोरेट, स्टार्टअप्स और लघु एवं मझोले उपक्रम (एसएमई) श्रेणी के आयकरदाता शामिल हैं। वित्त मंत्रालय ने आठ अप्रैल को कहा था कि वह कोविड-19 की वजह से प्रभावित लोगों और कंपनियों को राहत के लिए आयकर रिफंड जारी करने की प्रक्रिया को तेज करेगा। मंत्रालय ने कहा था कि पांच लाख रुपये तक के लंबित रिफंड जारी करने के काम में तेजी लाई जाएगी। इससे 14 लाख करदाताओं को लाभ होगा।
सरकार समय सयम पर लोगों को धोखाधड़ी को लेकर चेतावनी जारी करती रहती हैं। हाल के दिनों में इंटरनेट का चलन बढ़ने के साथ ही ऑनलाइन धोखाधड़ी भी बढ़ गई है। फिलहाल सरकार कोरोना संकट को देखते हुए तेजी के साथ करदाताओं के रिफंड जारी कर रही है जिसका जिक्र मीडिया में भी काफी है। इसी को देखते हुए जालसाज भी सक्रिय हो गए हैं और रिफंड के नाम पर लोगों की जानकारियां और पैसे चुराने की कोशिश कर रहे हैं।