नई दिल्ली। सरकार ने संसद में बताया कि 2000 रुपए के बैंक नोट की छपाई बंद करने पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इसके अलावा सरकार ने दो सार्वजनिक बैंकों भारतीय स्टेट बैंक और इंडियन बैंक को अपने एटीएम को 500 रुपए और 200 रुपए के बैंक नोट के लिए रिकन्फीगर करने के लिए कहा गया है। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में कहा कि 2019-20 में 2000 रुपए के बैंक नोट की छपाई के लिए प्रिंटिंग प्रेस को कोई मांगपत्र सरकार की ओर से जारी नहीं किया गया है। हालांकि 2000 रुपए के बैंक नोट को बंद करने पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
संसद में सवाल पूछा गया था कि क्या सरकार ने नए 2000 रुपए के नोट की छपाई बंद कर दी है और क्या सरकारी बैंकों को एटीएम के जरिये 2000 रुपए के नोट की निकासी बंद करने के लिए कोई निर्देश दिया गया है।
ठाकुर ने कहा कि 500 और 200 रुपए के बैंक नोट के उच्च सर्कुलेशन को बढ़ाने और 2000 रुपए को छुट्टा कराने में उपभोक्ताओं को आ रही परेशानी को देखते हुए सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों भारतीय स्टेट बैंक और इंडियन बैंक को अपने एटीएम 500 और 200 रुपए के बैंकनोट के लिए रिकन्फीगर करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि अबतक 7.40 लाख करोड़ रुपए मूल्य के 2000 रुपए के बैंक नोटों की छपाई हुई है और उन्हें सर्कुलेशन में लाया गया है। ठाकुर ने बताया कि 5.49 लाख करोड़ रुपए मूल्य के 2000 के बैंक नोट सर्कुलेशन में हैं और 0.93 लाख करोड़ रुपए मूल्य के नोट करेंसी चेस्ट में रखे हैं।
ठाकुर ने बताया कि 100 रुपए के 1962.477 करोड़ नोट, जिनका मूल्य 1.96 लाख करोड़ रुपए है, सर्कुलेशन में हैं। 50 रुपए मूल्य के 855.684 करोड़ नोट सर्कुलेशन में हैं, जिनका कुल मूल्य 42,784.20 करोड़ रुपए है। सर्कुलेशन में 20 रुपए और 10 रुपए मूल्य के नोटों का कुल मूल्य क्रमश: 16,619.60 करोड़ रुपए और 30,510.79 करोड़ रुपए है।
ठाकुर ने कहा कि बैंक नोटों की मुद्रित मात्रा की आवश्यकता, मुद्रास्फीति, जीडीपी वृद्धि, गंदे नोटों के प्रतिस्थापन और आरक्षित स्टॉक की जरूरत पर निर्भर करती है। उन्होंने बताया कि 5 मार्च, 2020 तक 10,20, 50 और 100 रुपए मूल्य के 56700.224 करोड़ बैंक नोट सर्कुलेशन में हैं।