EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) के अंतर्गत आने वाले 97 प्रतिशत कर्मचारियों के खातों में 8.25 प्रतिशत का ब्याज ट्रांसफर कर दिया गया है। केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसकी जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कर्मचारियों को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए ये भुगतान किया गया है। बताते चलें कि कर्मचारियों के खातों में ये भुगतान 8 जुलाई तक किए गए हैं। पिछले साल, वित्त वर्ष 2024 के लिए, कर्मचारियों के खातों में ब्याज जमा करने की प्रक्रिया अगस्त के महीने में शुरू हुई थी, जो दिसंबर में पूरी हुई।
13.88 लाख कंपनियों के 33.56 करोड़ कर्मचारियों को मिला ब्याज का पैसा
केंद्रीय मंत्री मंडाविया ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा, "अब कर्मचारियों के ईपीएफ खातों में ब्याज के भुगतान की प्रक्रिया को तेज प्रोसेसिंग के लिए बदला गया है, जिसके कारण पूरी प्रक्रिया जून में ही पूरी हो गई है।" वित्त वर्ष 2025 के लिए, 33.56 करोड़ खातों वाले 13.88 लाख कंपनियों के लिए सालाना खाता अपडेट किया जाना था, जिसमें से 8 जुलाई तक 13.86 लाख कंपनियों के 32.39 करोड़ खातों में 8.25 प्रतिशत की दर से ब्याज का पैसा जमा किया जा चुका है।
इसी हफ्ते पूरे हो जाएंगे बाकी कंपनी के वार्षिक खाते
मंत्री ने कहा, "इसका सीधा मतलब ये हुआ कि 99.9% कंपनियों और 96.51% कर्मचारियों के लिए वार्षिक खातों का अपडेट पूरा हो गया है।" उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि बाकी बची कंपनियों के मामले में वार्षिक खाते भी इस हफ्ते के भीतर पूरे हो जाएंगे। केंद्र सरकार द्वारा ब्याज दर की घोषणा के बाद ईपीएफओ द्वारा हर साल ईपीएफ सदस्यों के खातों में ब्याज जमा किया जाता है। 2024-25 के लिए, केंद्र ने 22 मई को ईपीएफओ सदस्यों के लिए 8.25 प्रतिशत ब्याज जमा करने को मंजूरी दी थी। तदनुसार, तैयारी की गतिविधियां तुरंत शुरू की गईं और 6 जून, 2025 की रात से वार्षिक खातों का अपडेट शुरू हो गया।



































