देशभर में इंडिगो का संकट गहराता जा रहा है। हजारों यात्री फंसे हैं, कुछ एयरपोर्ट की ठंडी फर्श पर रात काट रहे हैं तो कुछ महंगे टिकट खरीदकर भी उड़ान न मिलने की परेशानी झेल रहे हैं। ऐसे में हर किसी के मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि जब इंडिगो हर दिन सैकड़ों फ्लाइट्स कैंसिल कर रही है, तब भी टिकट कैसे धड़ाधड़ बिक रहे हैं? और किराया आसमान छू क्यों रहा है?
दरअसल, इंडिगो की परेशानी कितनी भी बड़ी क्यों न दिख रही हो, लेकिन उसने अपनी सभी उड़ानें बंद नहीं की हैं। एयरलाइन रोजाना 2200 से ज्यादा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें ऑपरेट करती है। अब भले ही दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद और मुंबई जैसे बड़े शहरों में भारी अव्यवस्था है, पर कई रूट जैसे कोलकाता-गुवाहाटी, चेन्नई-कोयंबटूर और नॉन-मेट्रो कनेक्शन अभी भी ऑपरेशनल हैं। इंडिगो के नेटवर्क का सिर्फ एक बड़ा हिस्सा संकट में है, पूरा ऑपरेशन बंद नहीं हुआ। यही वजह है कि कंपनी इन एक्टिव फ्लाइट्स पर टिकट बेच रही है।
फ्लाइट्स आखिरी समय पर क्यों कैंसिल हो रही हैं?
एयरलाइन आमतौर पर उड़ानें हफ्तों पहले कैंसिल नहीं करती। इंडिगो अभी स्थिति को दिन–प्रतिदिन मैनेज कर रहा है। आज की उड़ानें भले कैंसिल हों लेकिन 2 या 3 दिन बाद वाली फ्लाइट्स बुकिंग के लिए खुली रहती हैं। कंपनी का मानना है कि अगले कुछ दिनों में स्थिति सुधर सकती है, इसलिए वे भविष्य की उड़ानों को बंद नहीं कर सकते। शुक्रवार को कंपनी ने सिस्टम रीबूट किया, यानी विमानों और क्रू को वापस सही लोकेशन पर भेजने के लिए एक साथ कई फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गईं, ताकि 10-15 दिसंबर तक ऑपरेशन सामान्य हो सके।
किराया दोगुना-तीन गुना क्यों हो गया?
इंडिगो देश के घरेलू एविएशन मार्केट में 60% से ज्यादा हिस्सेदारी रखता है। जब वह एक दिन में 800-1000 उड़ानें कैंसिल करता है, तो पूरा मार्केट तुरंत प्रभावित होता है। सीटें कम हो जाती हैं लेकिन मांग वही रहती है। यहीं से डायनेमिक प्राइसिंग एल्गोरिद्म एक्टिव हो जाता है, जिसके चलते कई रूट्स में किराया दोगुना से तीन गुना तक बढ़ जाता है। दिल्ली से मुंबई का टिकट किराया 50 हजार रुपये तक, दिल्ली से बेंगलुरु का टिकट किराया 1 लाख रुपये तक, बेंगलुरु से मुंबई का टिकट किराया 40 हजार रुपये तक... यह कीमतें देखकर लोग दंग हैं, क्योंकि कई रूट पर दिल्ली–लंदन उड़ान उससे सस्ती मिल रही है।
कैंसिल होने के बावजूद टिकट उपलब्ध क्यों?
यह ग्लोबल स्टैण्डर्ड है कि जब तक किसी उड़ान के क्रू या विमान की पोजीशन निश्चित रूप से फाइनल नहीं हो जाती, तब तक फ्लाइट कैंसिल मार्क नहीं की जाती। इंडिगो भी वही कर रहा है, जो उड़ानें शायद ऑपरेट हो सकती हैं, उन्हें बुकिंग के लिए खुला रखा जा रहा है।
यात्रियों के लिए सलाह
- एयरपोर्ट जाने से पहले फ्लाइट स्टेटस जरूर चेक करें।
- अगले कुछ दिनों तक सभी एयरलाइनों का किराया ऊंचा रह सकता है।
- कैंसिलेशन और रिफंड की जानकारी एयरलाइन की वेबसाइट पर देखें।






































