बजट एयरलाइन IndiGo ने पिछले कुछ दिनों में आए गंभीर परिचालन संकट के लिए यात्रियों से ईमानदारी से माफी मांगी है। IndiGo के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पीटर एल्बर्स ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए स्वीकार किया कि 5 दिसंबर एयरलाइन के लिए 'सबसे खराब दिन' रहा, जब उसकी 1000 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं, जो उसकी दैनिक उड़ानों के आधे से भी ज्यादा थीं। पीटीआई की खबर के मुताबिक, एल्बर्स ने कहा कि इस स्थिति के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन कंपनी का पूरा ध्यान इस बात पर है कि वह कैसे प्रतिक्रिया देती है और यात्रियों की परेशानी को कम करती है।
संकट से निपटने के लिए IndiGo के 3 मुख्य कदम
परिस्थिति को नियंत्रण में लाने और उड़ानों को सामान्य करने के लिए, IndiGo ने तीन-स्तरीय रणनीति लागू की है:
ग्राहक संचार और सहायता में मजबूती: कॉल सेंटर की क्षमता को बढ़ाया गया है और यात्रियों को विस्तृत तथा समय पर अपडेट प्रदान किए जा रहे हैं।
अटक चुके यात्रियों को राहत: प्रमुख हवाई अड्डों पर फंसे यात्रियों को तत्काल सहायता दी जा रही है। साथ ही, जिन यात्रियों की उड़ानें रद्द हुई हैं, उन्हें गैर-जरूरी आवाजाही से बचने के लिए एयरपोर्ट न आने की सलाह दी गई है।
पूर्ण ऑपरेशनल रीसेट: यह सबसे महत्वपूर्ण कदम है। शुरुआती उपायों से पर्याप्त सुधार न मिलने पर, कंपनी ने क्रू सदस्यों और विमानों के समायोजन की व्यापक प्रक्रिया शुरू की है ताकि संचालन को फिर से व्यवस्थित किया जा सके।
सामान्य होने की समय-सीमा
सीईओ पीटर एल्बर्स ने उम्मीद जताई कि इन सख्त कदमों के बाद, अगले दिन रद्द उड़ानों की संख्या 1,000 से कम हो जाएगी। उन्होंने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से मिल रहे सहयोग की सराहना की। IndiGo प्रबंधन ने विश्वास व्यक्त किया है कि निरंतर समन्वय और दैनिक सुधारों के साथ, 10 से 15 दिसंबर के बीच एयरलाइन का संचालन सामान्य स्थिति में लौट आएगा। कुल मिलाकर, IndiGo के इस बयान से स्पष्ट है कि कंपनी ने यात्रियों की भारी असुविधा को स्वीकार किया है और उड़ानों के सामान्य संचालन और यात्री सहायता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।






































