आयकर अधिनियम की धारा 80सी के अंतर्गत इस स्कीम में जमा राशि कटौती का लाभ लिया जा सकता है। एक खास बात यह है कि अगर नाबालिग जो 10 साल की उम्र पूरा कर चुका है, वह भी अकाउंट अपने नाम से खोल सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटियों के नाम से खोले जाने वाले खातों पर 8.2 प्रतिशत का ब्याज मिलेगी, जबकि 3 साल की एफडी पर 7.1 प्रतिशत से ही ब्याज मिलता रहेगा। आम लोगों के बीच लोकप्रिय बचत योजना पीपीएफ और डाकघर बचत जमा योजनाओं की ब्याज दरें भी अगली तिमाही के लिए क्रमशः 7.1 प्रतिशत और 4 प्रतिशत पर बरकरार रखी गई हैं।
स्कीम में जमाराशि आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत टैक्स कटौती के लिए योग्य है। इसमें न्यूनतम 1000 रुपये और 100 रुपये के मल्टीपल में रकम जमा कर सकते हैं।
वित्त मंत्रालय की एक नोटिफिकेशन में कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा पर 8. 2 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी, जबकि तीन साल की सावधि जमा पर दर चालू तिमाही में प्रचलित 7. 1 प्रतिशत पर बनी रहेगी।
इस स्कीम में बेहतर रिटर्न के साथ-साथ आपको इसमें टैक्स छूट का भी फायदा मिलता है। स्कीम इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें एक सुविधा है कि आप दूसरे व्यक्ति को भी अकाउंट ट्रांसफर कर सकते हैं।
बांड से मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है। आईटी नियमों के अनुसार ब्याज भुगतान के समय टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) काटा जाता है।
कई छोटी बचत योजनाएं जैसे पीपीएफ (PPF) और एससीएसएस (SCSS) के तहत आप इनकम टैक्स की छूट भी ले सकते हैं। इन स्कीम्स से आप अपने पोर्टफोलियो का डाइवर्सिफाई कर सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट स्कीम (आठवां अंक)स्कीम अकाउंट आप सिंगल,ज्वाइंट या तीन लोग मिलकर भी ओपन करा सकते हैं। अगर कोई 10 साल या इससे ज्यादा उम्र का नाबालिग है तो वह अपने नाम से अकाउंट ओपन करा सकता है।
सरकार ने अप्रैल-जून 2023 तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 70 बीपीएस तक की बढ़ोतरी कर दी है।
नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत होने से पहले लोग टैक्स पर छूट पाने के लिए अलग-अलग तरह से जुगाड़ लगाना शुरू कर देते हैं। अगर आप भी टैक्स बेनिफिट लेना चाहते हैं तो NSC में निवेश कर सकते हैं। इसमें रिटर्न की गारंटी के अलावा निवेश करने की भी कोई सीमा नहीं है।
ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि इस बार छोटी बचत योजनाओं पर भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय आम लोगों को राहत देने के लिए बचत पर ब्याज बढ़ाना जरूरी है। कोरोना के बाद घटी आय के बीच उपभोक्ता आसमान छूती महंगाई से परेशान हैं।
सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश के जरिये 1.75 लाख रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। अब तक एक्सिस बैंक, एनएमडीसी लि. और हुडको में हिस्सेदारी बिक्री से 8,368 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं।
पोस्ट ऑफिस की ऐसी 7 स्कीम के बारे में बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप भी अपने लिए एक बड़ा बैंक बैलेंस तैयार कर सकते हैं।
पीपीएफ के अलावा सरकार की तरफ से सुकन्या समृद्धि योजना, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट, पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट और सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम जैसी कई छोटी बचत योजनाएं है। इसमें से सुकन्या समृद्धि योजना फिलहाल सबसे ज्यादा ब्याज ऑफर कर रही है।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana:SSY), राष्ट्रीय बचत पत्र (National Savings Certificate: NSC), 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस टाइम डिपोजिट और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), किसान विकास पत्र (KVP) और तमाम पोस्ट ऑफिस बचत योजनाओं का संचालन कर रही है।
पांच साल की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर ब्याज की दर 8.7 प्रतिशत ही रहेगी। वरिष्ठ नागरिक योजना पर ब्याज का भुगतान तिमाही आधार पर किया जाता है। बचज जमाओं पर ब्याज दर 4 प्रतिशत वार्षिक रहेगी।
सरकार ने राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) और लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) समेत लघु बचत योजनाओं पर जुलाई - सितंबर के लिये ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है।
आधार लिंक कराने के संबंध में आम लोगों को सरकार ने एक और बड़ी राहत दे दी है।
जिस दिन खाताधारक का दर्जा NRI का हो जाएगा उसी दिन से उसका PPF खाता बंद मान लिया जाएगा। उसे डाकघर बचत खाते के समान 4% ब्याज ही देय होगा
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