जियो ने पिछले महीने 2 मार्च को 30 करोड़ ग्राहकों के आंकड़े को छुआ था। एयरटेल ने इस आंकड़े को अपने ऑपरेशन शुरू होने के 19वें साल में हासिल किया था।
आरआईएल पर तीसरी तिमाही में 42.7 अरब डॉलर का कर्ज था, जो 2018-19 की चौथी तिमाही में घटकर 33.2 अरब डॉलर पर आ गया है।
ट्राई द्वारा औसत स्पीड की गणना आंकड़ों के आधार पर की जाती है। यह आंकड़े वास्तविक समय के आधार पर ट्राई के माईस्पीड एप्लिकेशन की मदद से एकत्र किए जाते हैं।
ऑयल रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल सेगमेंट के कमजोर प्रदर्शन के बावजूद कंपनी ने अपने रिटेल और टेलीकॉम के मजबूत प्रदर्शन से रिकॉर्ड मुनाफा कमाया है।
मोबाइल नेटवर्क एक्सपीरियंस रिपोर्ट में कहा गया है कि जियो का स्कोर एक प्रतिशत बढ़कर 97.5 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो लगभग छह महीने पहले 96.7 प्रतिशत था।
यह लाइसेंस टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स को भारतीय और विदेशी एयरलाइंस को कनेक्टिविटी और डाटा सर्विस उपलब्ध कराने की अनुमति प्रदान करता है।
भारती एयरटेल ने 2,745.8 करोड़ रुपए का भुगतान किया है, जबकि रिलायंस जियो ने 1,109.1 करोड़ रुपए चुकाये हैं।
इस सौदे के बाद रिलायंस की कंपनी में करीब 87 प्रतिशत, जबकि शेष हिस्सेदारी हैप्टिक संस्थापकों और कर्मचारियों के पास होगी।
फरवरी माह में 3.61 एमबीपीएस की स्पीड के साथ रिलयांस जियो गीगाफाइबर ने एयरटेल, स्पेक्ट्रानेट और 7 स्टार डिजिटल सहित सभी को पीछे छोड़ दिया है।
मोबाइल ग्राहकों की संख्या जनवरी में 118 करोड़ हो गई, जो दिसंबर में 117 करोड़ थी।
पिछले साल, आरकॉम ने अपने 46,000 करोड़ रुपए के कर्ज को कम करने के लिए 122.4 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम और 43,000 टेलीकॉम टावर्स को बेचने के लिए रिलायंस जियो के साथ एक करार किया था।
कर्ज के बोझ तले दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस का 21.5 करोड़ रुपए का बकाया चुकाया जाना अभी बाकी है।
जियो ने 2016 में फ्री वॉइस कॉल्स और सस्ते डाटा की पेशकश कर भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में तबाही मचा दी थी।
रीड ने कहा कि भारत में वोडाफोन का कारोबार बेहद बुरे दौर से गुजरा है। लेकिन अब कंपनी की स्थिति ठीक है और वह नेटवर्क पर निवेश करने की योजना पर काम कर रही है।
दिसंबर में लैंडलाइन कनेक्शनों की संख्या घटकर 2.18 करोड़ पर आ गई। नवंबर में यह आंकड़ा 2.19 करोड़ था।
अपलोड स्पीड के मामले में आइडिया नंबर एक रही। कंपनी की औसत अपलोड स्पीड, दिसंबर महीने के 5.3 एमबीपीएस मुकाबले बढ़कर जनवरी में 5.8 एमबीपीएस हो गई।
एयरटेल की उपलब्धता 90 फीसदी, वोडाफोन की 84.6 फीसदी और आइडिया की 82.8 फीसदी रही।
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है कि जियो एप स्टोर पर उपलब्ध जियोरेल एप अंतिम क्षणों में यात्रा की योजना के लिए तत्काल टिकट बुकिंग की भी सुविधा प्रदान करेगा।
द इकोनॉमिस्ट ने अपने नवीनतम 26 जनवरी के संस्करण में कहा है कि अपने जियो सर्विस के साथ उन्होंने भारतीय दूरसंचार का उत्थान किया और अपने देश को बदल दिया।
रिलायंस जियो का ग्राहक आधार 30 नवंबर 2018 तक बढ़कर 27.16 करोड़ हो गया है।
लेटेस्ट न्यूज़