पहले उत्तर प्रदेश में महिलाओं को स्टाम्प ड्यूटी में छूट की सीमा 10 लाख रुपये तक की प्रॉपर्टी तक के लिए थी। स्टाम्प ड्यूटी एक ऐसा टैक्स है जिसका पेमेंट प्रॉपर्टी के लेनदेन को रजिस्टर करते समय अनिवार्य रूप से चुकाना होता है।
उधारकर्ता और सह-उधारकर्ता की संयुक्त आय लोन मिलने की संभावना को बढ़ा सकती है जिसका अर्थ है ज्यादा लोन पात्रता और परिवार के लिए उपयुक्त घर चुनने में अधिक लचीलापन।
भारतीय महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है। कारोबार की दुनिया में आज बड़ी संख्या में भारतीय महिलाओं ने अपना नाम कमाया है। कई स्टार्टअप्स आज महिलाएं चला रही हैं।
Women's Day 2025 : इस विमन्स डे आप अपनी बेटी का सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवाकर उसके फ्यूचर को सुरक्षित कर सकते हैं। इस स्कीम में 8.2 फीसदी ब्याज दर मिलती है।
कंपनी के चेयरमैन ने कहा कि इस घोषणा को लागू किए जाने के तौर-तरीके का सटीक विवरण जल्द ही संबंधित अधिकारियों द्वारा तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये घोषणा सिर्फ मूल कंपनी एलएंडटी की महिला कर्मचारियों पर ही लागू होगी और फाइनेंशियल सर्विस या टेक्नोलॉजी में लगी इसकी सब्सिडरी कंपनियों पर ये लागू नहीं होगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला उधारकर्ताओं में से 60 प्रतिशत कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों से थीं। रिपोर्ट कहती है कि 2024 में बिजनेस के लिए महिलाओं ने सिर्फ तीन प्रतिशत कर्ज लिया।
महिला सम्मान बचत योजना से खाताधारक खाता खोलने की तिथि से एक वर्ष के बाद 40% तक रकम निकाल सकता है। खाताधारक की मृत्यु या खाताधारक की जानलेवा बीमारी या अभिभावक की मृत्यु जैसे अनुकंपा के आधार पर खाते को समय से पहले बंद करने की अनुमति है।
इस शिफ्ट में भारी मिट्टी हटाने वाली मशीनरी, फावड़े, लोडर, ड्रिल और डोजर ऑपरेटर और शिफ्ट सुपरवाइज सहित सभी खनन से जुड़े काम महिलाएं संभाल रही हैं।
Year Ender 2024: भारतीय जीवन बीमा निगम की बीमा सखी योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के लाभार्थियों को बीमा सखी कहा जाता है।
इस इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत गंभीर बीमारियों जैसे गर्भाशय ग्रीवा, गर्भाशय कैंसर और हृदय रोग आदि पता चलने पर हेल्थ कवर का 100 प्रतिशत तक का तत्काल भुगतान ऑफर किया जाता है।
शेट्टी ने कहा कि डेलॉयट में काम के दबाव को संभालने और एक ओपन वर्क कल्चर रखने के लिए एक चीफ वेलबींग ऑफिसर मौजूद है। इसके अलावा कंपनी में किसी भी तरह के खराब व्यवहार पर सख्त कार्रवाई का भी प्रावधान है।
महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट में सिर्फ महिलाओं के नाम से ही खाता खुल सकता है। माता-पिता अपनी ओर से नाबालिग बच्ची के नाम पर भी इस स्कीम में खाता खुलवा सकते हैं।
टैक्स कटौती पुरुषों और महिलाओं के लिए समान है, लेकिन ज्वाइंट ओनरशिप अलग-अलग टैक्स कटौती का दावा करने की परमिशन देता है। भारत में महिलाओं को आसानी से संपत्ति खरीदने में मदद करने के लिए सरकारी की भी स्कीम है।
बैंक कस्टमर्स को बैंकिंग का नया एक्सपीरियंस देने की पहल के तहत यह खास सेविंग अकाउंट लेकर आया है।महिला कस्टमर्स की रुचि को देखते हुए सुविधाएं भी ऑफर की जा रही हैं। बैंक को इस अकाउंट से काफी उम्मीदें हैं।
आयकर अधिनियम के तहत इनकम टैक्स छूट का फायदा कामकाजी महिलाएं ले सकती हैं। इसके लिए आपको ऐसे साधनों में निवेश करना होता है जो आपको टैक्स छूट की सुविधा देते हैं। कुछ ऐसे निवेश साधन हैं जो गारंटीड रिटर्न के साथ टैक्स छूट दिलाती हैं।
जनवरी से मार्च 2024 के बीच श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) बढ़कर 50.2 प्रतिशत हो गई है, जो कि पिछले वर्ष 48.5 प्रतिशत थी। महिला श्रम बल भागीदारी दर 2024 की मार्च तिमाही में बढ़कर 25.6 प्रतिशत हो गई है।
नियमों का उल्लंघन करके खोला गया खाता या जमा राशि पोस्ट ऑफिस बचत खाते पर ब्याज के लिए योग्य होगी। अकाउंट खोलने की तारीख से एक साल के बाद योग्य बैलैंस राशि का 40 प्रतिशत तक राशि की निकासी की जा सकती है।
एएमएफआई ने कहा, ये गति शहरों की तुलना में अंदरुनी इलाकों में अधिक है, बी-30 शहरों में महिलाओं के फोलियो और संपत्ति की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत से बढ़कर 18 प्रतिशत और 17 प्रतिशत से बढ़कर 28 प्रतिशत हो गई है।
Special Saving Account for Women: महिलाओं के लिए कई बैंकों की ओर से स्पेशल सेविंग अकाउंट ऑफर किए जाते हैं। इसमें एचडीएफसी, बैंक ऑफ बड़ौदा और कई बड़े बैंकों का नाम शामिल है।
डेलॉयट ने 'निदेशक मंडल में महिलाएं: एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य' टाइटल वाली इस रिपोर्ट में इसका पता चलता है। इस रिपोर्ट के लिए 50 देशों की 18,000 से ज्यादा कंपनियों का विश्लेषण किया गया। इसमें भारत की 400 कंपनियां शामिल हैं।
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