Friday, December 05, 2025
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Dhurandhar Review: लेखन से लेकर अभिनय तक... 'धुरंधर' में नहीं कोई कमी, हर सीन हर कलाकार है दमदार

Dhurandhar Review: रणवीर सिंह स्टारर 'धुरंधर' अब सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है, जिसमें कई दमदार कलाकार हैं। तो चलिए जानते हैं कि आदित्य धर के निर्देशन में बनी ये फिल्म कैसी है।

Priya Shukla
Published : Dec 05, 2025 03:45 pm IST, Updated : Dec 05, 2025 05:12 pm IST
Dhurandhar- India TV Hindi
Photo: INSTAGRAM/@RANVEERSINGH धुरंधर मूवी रिव्यू
  • फिल्म रिव्यू: धुरंधर मूवी रिव्यू
  • स्टार रेटिंग: 3.5 / 5
  • पर्दे पर: December 05, 2025
  • डायरेक्टर: Aditya Dhar
  • शैली: spy action thriller

ये नया हिंदुस्तान है, घर में घुसकर मारेगा भी और बदला भी लेगा। रणवीर सिंह स्टारर 'धुरंधर' की कहानी भी यही है और इसे एक कहानी में बड़े ही सटीक तरीके से पिरोया गया है। धुरंधर का ट्रेलर आते ही एक बात तो साफ हो गई थी कि आदित्य धर कुछ बहुत ही धमाकेदार दर्शकों के सामने लेकर आने वाले हैं, लेकिन इसकी रिलीज ने उस कहावत को भी सच कर दिखाया है कि जनाब ये तो बस ट्रेलर है, आगे-आगे देखिये होता क्या है। ल्यारी की गैंगस्टरबाजी, आतंकवाद की जड़ें, एक भारतीय मिशन और उज्जवल भविष्य का इंतजार, इस फिल्म को लेकर शुरुआत से ही काफी बज बना हुआ है, तो चलिए जानते हैं कि रणवीर की फिल्म कैसी है और इससे आप क्या उम्मीद कर सकते हैं।

कहानी

धुरंधर की कहानी की शुरुआत 'कंधार हाईजैक' 1999 के साथ शुरू होती है, जहां इस हाईजैक का भारत के आईबी चीफ अजय सान्याल (आर माधवन) तगड़ा जवाब देना चाहते हैं, लेकिन सरकार के चलते वह ऐसा नहीं कर पाए। इसके बाद आतंकवादी देश में घुसकर 'संसद हमले' 2002 को अंजाम देते हैं और तब जाकर सरकार अजय सान्याल के प्लान 'धुरंधर' को अमल में लाती है और इसके बाद हमजा (रणवीर सिंह) अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान जाता है, जहां उसका मकसद रहमान डकैत (अक्षय खन्ना) के गैंग में शामिल होना है। जैसे ही एक शादी के दौरान हमजा, रहमान के बेटे को बचाने की कोशिश करता है, वो उसकी नजरों में आ जाता है और  पहले वो उसकी गैंग का हिस्सा बनता है और फिर उसका सबसे भरोसेमंद शागिर्द।

रहमान डकैत की गैंग में शामिल होने के बाद उसकी मुलाकात जमील यमाली (राकेश बेदी) की बेटी येलीना (सारा अर्जुन) से होती है, जिसे वो अपने मकसद के लिए फंसा लेता है। इसी बीच काम के सिलसिले में हमजा, रहमान डकैत के साथ आईएसआई चीफ मेजर इकबाल (अर्जुन रामपाल) से होती है और उसके सामने ही इकबाल 26/11 के हमले को अंजाम देता है, जो हमजा को अंदर तक हिला जाती है। इसके बाद वहीं सियासत के लिए जमील यमाली एसपी चौधरी असलम (संजय दत्त) से हाथ मिला लेता है और रहमान डकैत को रास्ते से हटाने का काम सौंपता है। 'धुरंधर' 26/11 के हमले का बदला कैसे लेता है? हमजा और येलीना की लव स्टोरी का क्या होता है और हमजा देश वापस आता है या नहीं, ये सब जानने के लिए आप रणवीर सिंह स्टारर ये धमाकेदार स्पाई-थ्रिलर देखने सिनेमाघरों का रुख कर सकते हैं।

अभिनय में है दम

'धुरंधर' की कास्टिंग इतनी शानदार है कि हर कलाकार एक-दूसरे पर भारी पड़ता नजर आता है। एक तरफ रणवीर सिंह हैं, जो हर किरदार में अपने आप को ढालने के लिए जाने जाते हैं। रणवीर ने अपने किरदार को ऐसे निभाया है, जिसे देखकर पता चलता है कि उन्होंने ये किरदार सिर्फ निभाया नहीं है बल्कि जिया है। वह हर फ्रेम में जबरदस्त लगते हैं। यहां बात सिर्फ लुक्स या अंदाज की नहीं बल्कि एक्सेंट की भी है। रणवीर, ऑफ-स्क्रीन लोगों को हंसाने में कोई कमी नहीं छोड़ते, लेकिन धुरंधर में उन्हें देखकर आप भी उनकी तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। मगर इस फिल्म में अक्षय खन्ना भी उन्हें जबरदस्त टक्कर देते दिखे। अपने हर डायलॉग को वह इतने सधे हुए अंदाज में बोलते हैं कि दर्शक उन पर से नजरें हटा ही नहीं सकते। अक्षय खन्ना का फिल्म में लंबा रोल है और वह काफी वक्त तक दिखते हैं। अर्जुन रामपाल और संजय दत्त भी अपने किरदार से पूरा न्याय करते हैं। एक आतंकवादी संगठन के क्रूर सरगना के किरदार में अर्जुन रामपाल एक सीन में इतने भयावह लगते हैं कि दर्शकों को आंखें बंद करने पर मजबूर कर देते हैं। वहीं संजय दत्त भी एसपी असलम चौधरी के किरदार में ऐसी एंट्री लेते हैं, कि सबको चौंका देते हैं। वहीं छोटे किरदार में दिखाई दिए अन्य कलाकार जो हैं, वो भी बिलकुल पीछे नहीं हैं। कुल मिलाकर बड़े तो बड़े, छोटे कलाकार भी जबरदस्त हैं। इंडियन इंटेलिजेंस अफसर के किरदार को आर माधवन ने पूरी शिद्दत से निभाया है। फिल्म में उनके सीन थोड़े कम हैं, लेकिन जहां भी दिखाई देते हैं उसमें सिर्फ वही नजर आते हैं। उनके हाव-भाव, इंडियन इंटेलिजेंस ऑफिसर के रूप में उनका अंदाज सब कमाल का है।

जबरदस्त है निर्देशन

फिल्म के डायरेक्टर आदित्य धर हैं, जिन्होंने 6 साल पहले 'उरीः द सर्जिकल स्ट्राइक' से सिनेमाघरों में हलचल पैदा कर दी थी और दर्शकों में देशभक्ति का जोश भर दिया था। लेकिन, 'धुरंधर' आदित्यधर का मास्टरस्ट्रोक है, जिन्होंने इस फिल्म के साथ साबित कर दिया है कि क्वालिटी एक्शन के मामले में वह भारत के सबसे बेहतरीन निर्देशक हैं। उन्होंने इसमें 26/11 हमले के ऑरिजिनल ऑडियो रिकॉर्ड भी इस्तेमाल किए हैं, जो उन हालातों को बयां करती है, जिसने 2008 में पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।

म्यूजिक

ये कहना गलत नहीं होगा कि धुरंधर का बैकग्राउंड म्यूजिक इसकी आत्मा है। ये सिर्फ म्यूजिक नहीं बल्कि एक गूंजता हुआ युद्धनाद है। धमाके हों किसी की जीत या फिर कोई खुलासा, हर सीन को इसका बैकग्राउंड स्कोर और भी विराट बना देता है। कई जगह 80-90 के दशक के गाने बहुत ही नए अंदाज में इस्तेमाल किए गए हैं जो सीन में जान फूंक देता है और जोश भर देता है। 

धुरंधर की टिकट बुक करें या नहीं?

आदित्य धर के बी62 और जियो स्टूडियो के प्रोडक्शन तले बनी 'धुरंधर' एक स्पाई-थ्रिलर नहीं है, बल्कि एक हाई-एड्रेनालाइन देशभक्ति एक्शन है, जो दर्शकों को पहले ही फ्रेम से कैद कर लेती है और आखिरी तक बांधे रखती है। इस फिल्म के साथ आदित्य धर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उनके डायरेक्शन की धार तेज और सटीक है। फिल्म आतंकवाद के साथ-साथ पाकिस्तान की पॉलिटिक्स को भी एड्रेस करती है। धुरंधर देखकर इस बात का एहसास भी होगा कि देश की सुरक्षा के लिए कितने लोग किस-किस तरह के खतरे उठाते हैं और गुमनाम रहकर, अपनी जान खतरे में डालकर, बिना किसी स्वार्थ के देश के लिए अपना फर्ज निभा रहे हैं। इसके बाद भी अगर आपके मन में ये सवाल उठ रहा है कि धुरंधर की टिकट बुक करें या नहीं तो दो ही चीजें हैं जो आपको ये फिल्म देखने से रोक सकती है और पहली तो इसकी लेंथ और दूसरा कमजोर दिल, क्योंकि इसमें खून-खराबा भर-भर के है।

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