Friday, December 05, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बजट 2022
  4. बजट 2018: ज्‍वैलर्स ने की वित्‍त मंत्री से मांग, सोने पर आयात शुल्क 10% से घटाकर 4% करने की मांग

बजट 2018: ज्‍वैलर्स ने की वित्‍त मंत्री से मांग, सोने पर आयात शुल्क 10% से घटाकर 4% करने की मांग

रत्न एवं आभूषण उद्योग ने सरकार से आगामी बजट में सोने पर आयात शुल्क की दर को घटाकर चार प्रतिशत करने की मांग की है।

Written by: India TV Paisa Desk
Published : Jan 12, 2018 08:45 pm IST, Updated : Jan 13, 2018 01:31 pm IST
Gems and Jewelry - India TV Paisa
Gems and Jewelry

मुंबई। 1 फरवरी को वित्‍त मंत्री आम बजट पेश करेंगे। इससे पहले विभिन्‍न कारोबारी संगठनों की ओर से अपनी मांगे पेश की जा रही हैं। इसी बीच रत्न एवं आभूषण उद्योग ने सरकार से आगामी बजट में सोने पर आयात शुल्क की दर को घटाने की मांग उठाई है। रत्न एवं आभूषण उद्योग ने आयात शुल्क को 10 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत करने की मांग रखी है। इसके अलावा उद्योग ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) से जुड़े मुद्दों को भी हल करने को कहा है।

आल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी ट्रेड फेडरेशन (GJF) के चेयरमैन नितिन खंडेलवाल ने सरकार को दिए ज्ञापन में कहा कि आयात शुल्क को 10 से घटाकर चार प्रतिशत पर लाने से न केवल उपभोक्ता मांग बढ़ाई जा सकेगी बल्कि इससे कारोबारी धारणा में भी सुधार होगा और उद्योग अधिक संगठित तथा अनुपालन वाला बन सकेगा।

खंडेलवाल ने कहा कि आयात शुल्क में कमी से काले धन के खिलाफ लड़ाई में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सोने पर आयात शुल्क चालू खाते के घाटे (कैड) को अंकुश में रखने के लिए लगाया गया था। जून में देश का व्यापार घाटा उम्मीद से अधिक कम होकर 12.96 अरब डॉलर पर आ गया। खंडेलवाल ने कहा कि मौजूदा जीएसटी व्यवस्था को लेकर भी कई मुद्दे हैं, जिससे उद्योग प्रभावित हो रहा है। सरकार को इन मुद्दों पर भी ध्यान देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जीएसटी के तहत गैर पंजीकृत तथा वित्त वर्ष में 20 लाख रुपये से कम कारोबार वाले कारीगरों द्वारा अंतर राज्य सेवाओं की आपूर्ति की अनुमति दी जानी चाहिए।

Latest Business News

Google पर इंडिया टीवी को अपना पसंदीदा न्यूज सोर्स बनाने के लिए यहां
क्लिक करें

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Budget News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement