
ESIC scheme adds 13.22 lakh new members in August 2021
नई दिल्ली। देश में रोजगार की स्थिति में धीमा ही सही लेकिन सुधार आ रहा है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट के मुताबिक कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) की सामाजिक सुरक्षा योजना से इस साल अगस्त में 13.22 लाख नए सदस्य जुड़े हैं। इससे पिछले महीने जुलाई में इस योजना से 13.33 लाख सदस्य जुड़े थे। यह आधिकारिक आंकड़ें मोटे तौर पर देश के संगठित क्षेत्र में रोजगार की स्थिति को दर्शाते हैं।
ताजा आंकड़ों के अनुसार सकल रूप से ईएसआईसी की योजना से इस साल अप्रैल में 10.74 लाख, मई में 8.88 लाख और जून में 10.62 लाख और जुलाई में 13.33 लाख नए सदस्य जुड़े हैं। जून और जुलाई के आंकड़े बताते हैं कि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर की रोकथाम के लिए राज्यों के स्तर पर लगाए गए प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद से योजनाओं से जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या बढ़ी है। कोविड महामारी की दूसरी लहर इस साल अप्रैल के मध्य में आई थी। उसके बाद राज्यों ने महामारी की रोकथाम के लिए ‘लॉकडाउन’ लगाया था।
एनएसओ की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 में ईएसआईसी की योजनाओं से जुड़ने वाले नए अंशधारकों की कुल संख्या 1.15 करोड़ रही, जो वित्त वर्ष 2019-20 में 1.51 करोड़ और वित्त वर्ष 2018-19 में 1.49 करोड़ थी। सितंबर, 2017 से मार्च, 2018 के दौरान करीब 83.35 लाख नए अंशधारक ईएसआईसी योजना से जुड़े थे। रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर, 2017 से जुलाई, 2021 के दौरान ईएसआईसी से जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या 5.56 करोड़ रही।
एनएसओ की रिपोर्ट ईएसआईसी, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) और पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) की योजनाओं से जुड़ने वाले नए अंशधारकों के आंकड़ों पर आधारित है। एनएसओ अप्रैल, 2018 से इस प्रकार के आंकड़े जारी कर रहा है। इसमें सितंबर, 2017 से आंकड़े लिए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, शुद्ध रूप से ईपीएफओ से अगस्त में 14.80 लाख नए अंशधारक जुड़े। यह जुलाई, 2021 के 13.15 लाख से अधिक है। इसमें कहा गया है कि सितंबर, 2017 से अगस्त, 2021 के दौरान करीब 4.61 करोड़ (सकल) नए अंशधारक ईपीएफओ योजना से जुड़े।
भारत में पेरोल (नियमित वेतन पर रखे गए लोग) रिपोर्टिंग: रोजगार परिदृश्य-अगस्त 2021 शीर्षक से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि चूंकि सदस्यों की संख्या विभिन्न स्रोतों से ली गई है, ऐसे में आंकड़ों में दोहराव हो सकता है और अनुमान को जोड़ा नहीं जा सकता। एनएसओ ने यह भी कहा कि रिपोर्ट संगठित क्षेत्र में रोजगार के स्तर के बारे में अलग-अलग परिदृश्य को बताती है और यह समग्र रूप से नौकरी का आकलन नहीं करती है।
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