नई दिल्ली। नाफेड ने कहा कि सरकार की ओर से बफर स्टॉक बनाने के लिए उसने अब तक 25,000 टन प्याज खरीदा है। ये खरीद किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ), सहकारी समितियों और प्रत्यक्ष खरीद केंद्रों से प्रचलित दरों पर की गई है। पिछले साल, नाफेड ने 2018-19 रबी (सर्दियों) की फसल से कुल 57,000 टन प्याज खरीदा था।
नाफेड ने कहा कि इस बार प्रमुख उत्पादक राज्यों से एक लाख टन प्याज खरीदने का लक्ष्य है। भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नाफेड) ने एक बयान में कहा कि इस पहल से कोविड-19 महामारी के प्रकोप के दौरान प्याज की घरेलू कीमतों को स्थिर रखने में मदद मिलेगी और साथ प्याज की कमी वाले महीनों में भी कीमतें कम रहेंगी।
नाफेड पहले ही प्रचलित दरों पर 25,000 टन प्याज खरीद चुका है। यह खरीद महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात में एफपीओ, सहकारी समितियों के साथ ही प्रत्यक्ष खरीद केंद्रों के जरिए की जा रही है। इस समय अच्छी औसत गुणवत्ता वाले प्याज की कीमत 1,000 रुपए से 1,400 रुपए प्रति क्विंटल के बीच है। प्रमुख शहरों में प्याज की कीमतें 20 रुपए से 30 रुपए प्रति किलोग्राम के बीच हैं।