नई दिल्ली। SMS को व्हाट्सएप से मिली टक्कर की वजह से इसका इस्तेमाल जरूर कम हुआ होगा लेकिन इसकी विश्वश्नीयता कम नहीं हुई है, SMS (शॉर्ट मैसेज सर्विस) सेवा को शुरू हुए पूरे 25 साल का समय बीत गया है लेकिन व्हाट्सएप के इस दौरा में आज भी इसे ज्यादा सुरक्षित और विश्वशनीय माना जाता है। 2 दिसंबर 1992 को दुनिया में पहला SMS जारी हुआ था। पेशे से इंजीनियर नील पापवर्थ ने 2 दिसंबर 1992 को पहला SMS सेंदेश जारी किया था।
पापवर्थ ने उस समय टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन के निदेशक रिचर्ड जेविश को क्रिसमस से पहले वार्म क्रिसमस (Warm Christmas) का संदेश भेजा था। SMS के आने से टेलिकॉम जगत में नई क्रांति की शुरुआत हुई थी, SMS के बाद दुनियाभर से पेजर का दौर खत्म होने लगा था। शुरुआत में SMS में सिर्फ 160 कैरेक्टर की लिमिट होती थी और उस समय कैरेक्टर लिमिट को बढ़ाने का कोई तरीका नहीं था। हालांकि बाद में तकनीक बदलने से यह लिमिट भी खत्म हो गई।
वोडाफोन ने पहली SMS सेवा की शुरुआत 1994 में कर दी थी, हालांकि यह सेवा सिर्फ कंपनी के नेटवर्क तक ही सीमित थी, वोडाफोन के नेटवर्क के बाहर SMS न तो भेजे जा सकते थे और न ही प्राप्त किए जा सकते थे। वर्ष 1999 में एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर SMS भेजा जाना संभव हो सका।
करीब 20 साल तक दुनियाभर में लोकप्रिय रहने के बाद अब दुनियाभर में SMS का इस्तेमाल कम हो गया है। हालांकि इसकी विश्वश्नियता को देखते हुए जरूरी संदेश अब भी इसी माध्यम से भेजे जाते हैं।



































