भारत में इस बार त्योहार और शादी का मौसम सिर्फ रोशनी और खुशियों का नहीं, बल्कि आर्थिक रौनक का भी गवाह बनने वाला है। बाजारों में जबरदस्त भीड़ है, दुकानदारों के चेहरे पर मुस्कान है और खरीदारों की जेबें खुलकर खर्च कर रही हैं। अनुमान है कि इस साल फेस्टिव और शादी के सीजन से देश में 7.58 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार होगा।
भारतीय उद्योग व्यापार मंडल की रिपोर्ट के अनुसार, देशभर के बाजारों में जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता ने बताया कि इस साल बाजारों में उत्साह चरम पर है और विभिन्न सेक्टरों में कारोबार 7.58 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि इस उछाल के पीछे कई कारण हैं कि लोगों का बढ़ता उपभोक्ता विश्वास, लोकल प्रोडक्ट्स की बढ़ती मांग और GST सिस्टम में सुधार ने खुदरा और थोक व्यापार दोनों को नई रफ्तार दी है।
किस सेक्टर में होगा ज्यादा फायदा?
बाबूलाल गुप्ता ने बताया कि यह पॉजिटिव ट्रेंड हर सेक्टर में देखने को मिल रहा है। ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट, किराना, ज्वेलरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, सूखे मेवे और पारंपरिक सजावट जैसी सभी कैटेरगी में बिक्री बढ़ी है। छोटे और मध्यम उद्योगों (SMEs) को टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी बड़ा फायदा मिल रहा है। साथ ही मिट्टी के दीये, मिट्टी की मूर्तियां और पारंपरिक सजावटी सामानों की मांग में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। ग्रामीण इलाकों से भी मजबूत बिक्री की रिपोर्ट आई है, जहां खरीफ फसल के बाद किसानों की आमदनी और शादियों से जुड़े खर्चों ने बाजारों में नई जान फूंकी है।
पटाखों की बिक्री
फायरक्रैकर यानी पटाखों की बिक्री भी इस बार रिकॉर्ड लेवल पर है। बाबूलाल गुप्ता ने बताया कि सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही पटाखों के कारोबार से 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का टर्नओवर होने का अनुमान है। ऑटोमोबाइल सेक्टर इस आर्थिक उछाल में सबसे आगे है। कार, टू-व्हीलर और ई-रिक्शा की बिक्री से लगभग 1.30 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हो सकता है। इसके बाद रियल एस्टेट और निर्माण सामग्री क्षेत्र का अनुमानित कारोबार 1.20 लाख करोड़ रुपये है। इसके अलावा, जरूरी सामानों की बिक्री 1 लाख करोड़ रुपये, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स और ज्वेलरी दोनों से 50,000 करोड़-50,000 करोड़ रुपये का टर्नओवर होने की उम्मीद है। इसके अलावा स्टील के बर्तन, फर्नीचर, पेंट, सजावटी लाइट्स, ड्राई फ्रूट्स, जूते-चप्पल और लेदर गुड्स जैसे सेक्टरों की भी मांग जोर पकड़ रही है।
किन शहरों में मिल रहे पॉजिटिव ट्रेंड?
देशभर के प्रमुख व्यापारिक शहरों जैसे- दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, अहमदाबाद, जयपुर, पटना, रायपुर, रांची और इंदौर से शानदार बिक्री की रिपोर्ट मिल रही है। नवरात्रि से शुरू हुआ फेस्टिव सीजन अब दिवाली और शादी के मौसम के साथ चरम पर पहुंचेगा। नवंबर से फरवरी तक चलने वाला वैडिंग सीजन ज्वेलरी, होम डेकोर, कपड़े और कैटरिंग जैसे सेक्टरों में भारी खपत को और बढ़ावा देगा।






































