वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को सरकारी बैंकों के प्रमुखों के साथ मीटिंग करेंगी। सीतारमण इस बैठक में बैंकों के वित्तीय प्रदर्शन और विभिन्न सरकारी फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगी। पीटीआई की खबर के मुताबिक, रिजर्व बैंक द्वारा इस महीने की शुरुआत में नीतिगत दरों (रेपो रेट) में 50 आधार अंकों की कटौती करने और बैंकों के लिए नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में अप्रत्याशित रूप से कटौती करने के बाद यह पहली समीक्षा बैठक होगी।
ब्याज दर घटने से अतिरिक्त नकदी बढ़ेगी
बता दें, बीते 6 जून को गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली आरबीआई की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति ने बेंचमार्क पुनर्खरीद या रेपो दर को 50 आधार अंकों से घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया। इसने नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) को भी 100 आधार अंकों से घटाकर 3 प्रतिशत कर दिया। इससे बैंकिंग प्रणाली में पहले से मौजूद अतिरिक्त नकदी में 2.5 लाख करोड़ रुपये का इजाफा होगा। सूत्रों के अनुसार वित्त मंत्री बैंकों से अर्थव्यवस्था के उत्पादक क्षेत्रों में लोन फ्लो बढ़ाने का आग्रह कर सकती हैं।
इन सरकारी स्कीम की हो सकती है समीक्षा
सूत्रों ने कहा कि वित्त मंत्री सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से उत्पादक क्षेत्रों को अपना लोन बढ़ाने का आग्रह कर सकती हैं ताकि आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जा सके। विकास दर वित्त वर्ष 2025 में चार साल के निचले स्तर 6.5 प्रतिशत पर पहुंच गया है। इस मीचिंग में किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम मुद्रा और तीन सामाजिक सुरक्षा (जन सुरक्षा) योजनाओं - प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) और अटल पेंशन योजना (एपीवाई) सहित तमाम क्षेत्रों की व्यापक समीक्षा हो सकती है। साथ ही सरकारी योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की जा सकती है।
बैंकों का वित्तीय प्रदर्शन रिकॉर्ड स्तर पर
सरकारी बैंकों (पीएसबी) का संचयी लाभ मार्च 2025 को खत्म वित्त वर्ष में 1.78 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है। वित्त वर्ष 2024 में सभी 12 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने कुल 1.41 लाख करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया था। वित्त वर्ष 2025 में लाभ में साल-दर-साल वृद्धि लगभग 37,100 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2025 के दौरान अर्जित 1,78,364 करोड़ रुपये के कुल लाभ में से, बाजार के अग्रणी भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अकेले कुल आय में 40 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया। एसबीआई ने वित्त वर्ष 2025 में 70,901 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष (61,077 करोड़ रुपये) की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है।



































