Friday, December 13, 2024
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  4. महंगाई के इलाज के बीच मंदी का साइड इफेक्ट, RBI ने ग्रोथ अनुमान घटाकर आर्थिक सुस्ती पर लगाई मुहर

Home और Car लोन महंगा करने के साथ RBI ने सुनाई ये Bad News, छूटेंगे मोदी सरकार के पसीने

भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष (2022-23) के लिए देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है।

Written By: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Published : Dec 07, 2022 11:46 IST, Updated : Dec 07, 2022 11:46 IST
RBI Shaktikant Das- India TV Paisa
Photo:AP RBI Shaktikant Das

देश की सरकार और रिजर्व बैंक इस समय दो तरफा संकट का सामना कर रहे हैं। देश में महंगाई के रावण को दहन करने के लिए रिजर्व बैंक बीते 5 बार से ब्याज दरों में लगातार बढ़ोत्तरी कर रहा है। लेकिन महंगाई के इस दर्दनाक इलाज का साइड इफेक्ट भी दिखना खुरू हो रहा है। ब्याज दरों में लगातार बढ़ोत्तरी से देश में आर्थिक तरक्की के पहिए थमते नजर आ रहे हैं। आज रिजर्व बैंक गवर्नर ने देश का ग्रोथ अनुमान घटाकर आर्थिक सुस्ती पर एक तरह से मुहर लगा दी है। 

भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष (2022-23) के लिए देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले रिजर्व बैंक ने वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा कि वृद्धि दर के अनुमान में कमी के बावूजद भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। 

सितंबर में भी घटा था अनुमान

उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने सितंबर में भी वृद्धि दर का अनुमान घटाया था। वहीं विश्व बैंक ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 से बढ़ाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया है। पिछले वित्त वर्ष (2021-22) में भारत की वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत रही थी। चालू वित्त वर्ष की दूसरी जुलाई-सितंबर की तिमाही में अर्थव्यवस्था 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ी है।

ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी 

मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक के रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने रेपो रेट में 35 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही अब रेपो रेट बढ़कर 6.25 फीसदी पहुंच गया है। बढ़ती महंगाई को काबू में करने के लिए रिजर्व बैंक ने मई में ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की थी। इसके बाद जून, अगस्त, सितंबर और अब दिसंबर को मिलाकर रिजर्व बैंक अब तक ब्याज दरों में 2.25 प्रतिशत की बढोत्तरी कर चुका है। 

होम और कार लोन होंगे महंगे

रिजर्व बैंक गवर्नर के अनुसार आरबीआई ने महंगाई (inflation) में कमी लाने के लिए रेपो रेट में यह बढ़ोतरी की है। रेपो रेट बढ़ने से होम लोन समेत सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे। लेकिन फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करने वालों को फायदा होगा। 

इस साल कब-कब बढ़ी ब्याज दर 

  • मई - 0.4 %
  • 8 जून -0.5 %
  • 5 अगस्त - 0.5 %
  • 30 सितंबर - 0.5 %
  • 7 दिसंबर - 0.35 %

FD ग्राहकों को होगा फायदा 

यदि आप के सिर पर कोई लोन नहीं है तो आप खुशी मना सकते हैं क्योंकि रिजर्व बैंक की रेपा दरों में वृद्धि के बाद फिक्स डिपॉजिट की दरों में बढ़ोत्तरी की संभावना बढ़ गई है। जून के बाद से करीब सभी बैंक एफडी की दरों में वृद्धि कर चुके हैं। इस समय बैंक करीब 5.5 प्रतिशत की दर से एफडी पर ब्याज दे रहे हैं। ऐसे में आपके लिए अच्छा रिटर्न पाने के मौके भी बढ़ गए हैं।

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