P-Notes Investment
नई दिल्ली। घरेलू बाजारों में पार्टिसिपेटरी नोट्स या पी-नोट्स के माध्यम से निवेश में मामूली बढ़त देखने को मिली है। जनवरी अंत तक पी नोट्स के जरिए निवेश बढ़कर 67,281 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड यानि सेबी के अनुसार दिसंबर अंत तक पी-नोट्स का कुल निवेश 64,537 करोड़ रुपये रहा था। इसमें शेयर, बांड और वायदा-विकल्प कारोबार में किया गया निवेश शामिल है। जनवरी में लगभग 11 महीने बाद इस मद के निवेश में बढ़त दर्ज की गयी है।
पंजीकृत विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक पी-नोट्स उन विदेशी लोगों को जारी करते हैं जो भारतीय पूंजी या शेयर बाजार में पंजीकरण कराए बगैर निवेश करने की इच्छा रखते हैं। हालांकि, इस तरह निवेश करने के लिए भी उन्हें एक निश्चित प्रक्रिया से गुजरना होता है। जनवरी के अंत तक पी-नोट्स के माध्यम से आए कुल निवेश में 55,089 करोड़ रुपये शेयर बाजार में, 11,517 करोड़ रुपये बांड बाजार में और 59 करोड़ रुपये डेरीवेटिव बाजार में निवेश किए गए। आंकड़ों के अनुसार पिछले महीने पी-नोट्स से होने वाला निवेश फरवरी 2009 के बाद सबसे कम रहा है। फरवरी 2009 के अंत तक पी-नोट्स के माध्यम से कुल 60,948 करोड़ रुपये निवेश किए गए थे।



































