माना जा रहा है कि नोटबंदी के अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर को देखते हुए समिति अध्यक्ष और RBI गवर्नर ब्याज दरों में 0.25 फीसदी कटौती कर सकती है।
नोटबंदी के बाद बैंकों में नकदी की भारी जमा के चलते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपनी कर्ज की ब्याज दरों में 0.2 प्रतिशत कटौती की है।
आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल नोटबंदी की वजह से प्रभावित बैंकों को राहत दे सकते हैं। बुधवार को नीतिगत दरों में 0.25 प्रतिशत की और कटौती कर सकते हैं।
16 दिन के बाद खुले दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना एक दिन में करीब 1750 रुपए प्रति दस ग्राम तक सस्ता हो गया है। वहीं, चांदी 3100 रुपए प्रति किलो तक गिर गई है।
चीनी मीडिया ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नोटबंदी फैसले की तारीफ करते हुए कहा है कि यह एक साहसिक कदम और आगे चलकर यह नई मिसाल बना जाएगा।
नोटबंदी के बाद बैंक जमाओं में वृद्धि का ब्याज पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर कहा गया है कि कम ब्याज दर की वजह से विदेशी धन देश से बाहर जा सकता है।
अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ाने की आशंका के चलते दुनिया के सबसे बड़े एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) SPDR होल्डिंग्स ने ओपन मार्केट में 16 टन सोना बेच दिया है।
सरकार करीब 9.70 करोड़ कर्मचारियों को खुशखबरी देने की तैयारी कर रही है। जल्द ही निष्क्रिय EPF खातों में जमा राशि पर 8.8% का ब्याज देने का ऐलान हो सकता है।
ICICI बैंक ने शुक्रवार को ब्याज दर 0.1 फीसदी कम करने की घोषणा की है। वहीं, SBI ने ब्याज दरों में 0.15 फीसदी तक घटा दी है।
अगर आप इस धनतेरस अपने Gold के निवेश पर ज्यादा रिटर्न पाना चाहते हैं तो नि:संदेह Sovereign Gold Bond सबसे अच्छा विकल्प साबित होगा।
ग्राहकों को यह जानना चाहिए कि Car Loan कैसे चुना जाए। कौन सी चीजें महत्वपूर्ण होती हैं। जानिए बैंकों के Car Loan की ब्याज दरें, EMI और प्रोसेसिंग शुल्क।
देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक ICICI बैंक ने ब्याज दरों में 0.05 फीसदी की कटौती की है। ये नई दरें एक अक्टूबर से लागू हो गई है।
सितंबर महीने में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि में हल्की नरमी आई। PMI सितंबर में घटकर 52.1 पर आ गया जो अगस्त में 52.6 था।
RBI के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति मंगलवार को अपनी पहली मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों में यथास्थिति बनाए रख सकती है।
PNB ने ब्याज दरों में आधा फीसदी से ज्यादा की बढ़ोत्तरी कर दी है। एक अक्टूबर से ब्याज दरें 9.05 फीसदी से बढ़कर 9.60 फीसदी हो गई है।
सरकार ने तीन विशेषज्ञों को अपनी ओर से नीतिगत दर निर्धारण के लिए गठित मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) का सदस्य बनाया है।
RBI के पूर्व गवर्नर डी. सुब्बाराव ने कहा कि ब्याज दरें घटाने के लिए केंद्रीय बैंक पर सरकार का दबाव पड़ता था, लेकिन वह कभी इसके दबाव में नहीं आए।
लंबे समय के लिये कर्ज देने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थान IFCI ने अपना कर्ज सस्ता करते हुए मानक ब्याज दर 0.1 प्रतिशत घटाकर 9.3 प्रतिशत कर दी है।
सरकारी स्वर्ण बांड योजना के लिए बोली लगाने वाले निवेशकों को क्लियरिंग कॉरपोरेशन से RBI को कोष स्थानांतरित होने तक 4 फीसदी सालाना दर से ब्याज दिया जाएगा।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, सरकार ने मार्च तक निर्यातकों को ब्याज सब्सिडी के तौर पर 1,433 करोड़ रुपए वितरित किए हैं।
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