सरकार को मार्च में ओएनजीसी (2,964 करोड़ रुपये), कोल इंडिया (2,043 करोड़ रुपये), पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (2,149 करोड़ रुपये), एनएमडीसी (1,024 करोड़ रुपये), एचएएल (1,054 करोड़ रुपये) और गेल (1,863 करोड़ रुपये) से अच्छी लाभांश राशि की किस्तें प्राप्त हुईं।
शापूरजी पालोनजी के फ्लोटिंग प्रोडक्शन और स्टोरेज ऑफलोडिंग आर्मडा स्टर्लिंग वी का उपयोग ओएनजीसी परियोजना से तेल का उत्पादन करने के लिए किया जाता है। शापूरजी पल्लोनजी ने कहा कि एफपीएसओ ने 27 फरवरी को स्वर्ण सिंधु पर कच्चे तेल की अनलोडिंग की थी।
सार्वजनिक क्षेत्र की छह कंपनियों ने शेयर बाजार को अलग-अलग दी सूचना में कहा कि उन पर तीसरी तिमाही के लिए 5,42,800 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
मुंबई हाई फील्ड (पहले बॉम्बे हाई फील्ड) भारत के पश्चिमी तट से अरब सागर में लगभग 160 किलोमीटर दूर स्थित है। इसकी खोज फरवरी 1974 में रूसी और भारतीय टीम ने की थी।
लंबे इंतजार के बाद कंपनी ने केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2 ब्लॉक में क्लस्टर-2 प्रोजेक्ट से प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। ओएनजीसी का कहना है कि वह इस प्रोजेक्ट से धीरे-धीरे उत्पादन में बढ़ोतरी करेगी।
ONGC की ओर से बीपीसीएल और एचपीसीएल के साथ 45 लाख बैरल कच्चे तेल की खरीद के लिए करार किया है। इसके तहत कच्चा तेल एक प्रतिशत प्रीमियम पर बेचा जाएगा।
कोल इंडिया, ओएनसीजी, ऑयल इंडिया, कोचीन शिपयार्ड, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और पीएफसी जैसे सरकारी शेयर अगले हफ्ते एक्स डिविडेंड होने वाले हैं। इनमें निवेशकों को 15.34 रुपये प्रति शेयर तक का डिविडेंड मिलेगा।
ONGC की ओर से बताया गया है कि कंपनी योजना इस महीने केजी-डीब्ल्यूएन-98/2 ब्लॉक में क्लस्टर-2 में कच्चे तेल उत्पादन शुरू करने और उससे प्रोडक्शन बढ़ाने की है।
गुजरात के दाहेज में एक बड़े पेट्रोरसायन संयंत्र का परिचालन करने वाली ओएनजीसी पेट्रो-एडिशंस लिमिटेड (ओपल) में ओएनजीसी की हिस्सेदारी फिलहाल 49.36 प्रतिशत है।
आईओसी ने कहा कि वह कामकाज के संचालन के मानदंडों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक संख्या में महिला स्वतंत्र निदेशक की नियुक्ति के लिए नियमित रूप से मंत्रालय के साथ मुद्दा उठाती है।
सूत्रों ने बताया कि कंपनी इस सौदे में आईओसी को जोड़ना चाहती थी, जिसने इस परियोजना में रुचि दिखाई थी। महीनों तक ओवीएल-आईओसी ने परियोजना में हिस्सेदारी के लिए बातचीत की, लेकिन सौदा पूरा नहीं हो सका।
वहीं, दूसरी ओर तेल और प्राकृतिक गैस की कीमतों में बढ़ोतरी से सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) का चालू वित्त वर्ष की दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ 26 प्रतिशत बढ़ा है।
कंपनी के क्षेत्र काफी पुराने हो चुके हैं। सरकार ने उत्पादन को बढ़ावा देने के प्रयास में ओएनजीसी के बड़े तेल और गैस क्षेत्रों को निजी और विदेशी कंपनियों को देने पर विचार किया था, लेकिन कुछ हो नहीं पाया। अब कंपनी खुद एक बड़ा निर्णय लेने जा रही है।
मंदिर की संपत्ति में बैंकों में जमा किया गया 10.25 टन सोना, सोने के 2.5 टन वजन के आभूषण, बैंकों में जमा 16,000 करोड़ रुपये नकद और देश भर में स्थित 960 परिसंपत्तियां शामिल हैं।
सरकार ने कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच इस साल जुलाई से पेट्रोल डीजल और एटीएफ के निर्यात पर विंडफॉल टैक्स लगाया था। भारत अमेरिका, यूरोप सहित कई देशों को पेट्रोल और डीजल का निर्यात भी करता है।
सखालिन-1 ओवीएल के लिए काफी फायदेमंद है और इस परियोजना के बिना कंपनी घाटे में चल रही इकाई होगी। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के बाद एक्सॉन मोबिल कॉर्प ने परियोजना से बाहर निकलने का फैसला किया था।
सरकार ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड जैसी कंपनियों द्वारा पेट्रोल, डीजल और विमान ईंधन (एटीएफ) के अन्य देशों को निर्यात पर टैक्स लगाया है।
59 वर्षीय मित्तल किसी तेल एवं गैस अन्वेषण और उत्पादन कंपनी की प्रमुख बनने वाली पहली महिला हैं।
ई ए एस शर्मा ने 23 नवंबर को लिखे पत्र में कहा कि ओएनजीसी को मुंबई हाई/बेसिन/सैटेलाइट फील्ड में बहुलांश हिस्सेदारी को बेचने के लिए कहने के सरकार का नवीनतम निर्णय ओएनजीसी धीरे-धीरे कमजोर करेगा।
पेट्रोलियम मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि मौजूदा क्षेत्रों से तेल और गैस उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी के साथ पारदर्शी तरीके से निजी क्षेत्र को जोड़कर प्रयास किए जाने चाहिए।
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