ई-पासपोर्ट एक नई और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी की मदद से बनाए गए हैं। सुरक्षा के लिए लिहाज से काफी सिक्यॉर होंगे, जिसके साथ किसी भी तरह का फ्रॉड करना काफी मुश्किल होगा।
पासपोर्ट सेवा केंद्रों की संख्या को 600 तक बढ़ाने की योजना है, जिससे नागरिकों को अधिक पहुंच और सुविधा मिलेगी। अगले पांच वर्षों में वार्षिक ग्राहक आधार 35 लाख से बढ़कर एक करोड़ हो जाएगा।
तत्काल योजना के तहत पासपोर्ट हासिल करने के लिए, पता, जन्म और गैर-ईसीआर प्रमाणों (जैसा लागू हो) के साथ 18 वर्ष से अधिक उम्र के आवेदक स्वीकार्य दस्तावेजों में बताए गए कोई तीन डॉक्यूमेंट्स पेश कर सकते हैं।
अगर आप पासपोर्ट प्रोसेसिंग के लिए पासपोर्ट सेवा केंद्र जा रहे हैं तो ऑरिजिनल डॉक्यूमेंट्स के साथ-साथ उनकी एक सेल्फ अटेस्टेड फोटोकॉपी भी प्रस्तुत करनी होगी। ध्यान रहे, आपकी तरफ से हर जानकारी बिल्कुल सही दी जानी चाहिए।
एडवाइजरी में कहा गया है कि पोर्टल के टेक्निकल मेनटेनेंस की वजह से पोर्टल को बंद किया जा रहा है जो 5 दिन बाद यानी सोमवार, 2 सितंबर को सुबह 6 बजे खुलेगा। इस दौरान पासपोर्ट सेवा पोर्टल पूरी तरह से बंद रहेगा।
विदेश यात्रा के लिए बनने वाले पासपोर्ट में एक अहम बदलाव होने वाला है, जहां अब पासपोर्ट इलेक्ट्रॉनिक रूप में हम सबके सामने होंगे, वहीं इनमें एक खास तरह की चिप लगी होगी।
लोगों की पासपोर्ट सेवाओं तक पहुंच को आसान बनाने के लिए भारत सरकार देश के सभी 543 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने की तैयारी कर रही है।
भातरीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने पासपोर्ट सेवा केंद्रों की तर्ज पर आधार सेवा केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई है।
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 68वें जन्मदिन के मौके पर BJP ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सरकार की 4 साल की उपलब्धियां गिनाई हैं
हम यहां कुछ ऐसी ही एप के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको कन्फ्यूज़ कर सकती हैं।
केंद्र सरकार UMANG ऐप लाने जा रही है जिसकी बदौलत किसी भी आम आदमी को सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी, घर बैठे होंगे 200 सरकारी काम।
देश में अब पासपोर्ट बनवाना और भी आसान हो गया है। अगले महीने से चुनिंदा शहरों के लोग पासपोर्ट बनवाने के लिए पोस्ट ऑफिस में आवेदन कर सकेंगे।
लेटेस्ट न्यूज़