Monday, May 20, 2024
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JEE-NEET 2020: फेसमास्क से लेकर सैनेटाइजर तक, जानिए परीक्षा केंद्र में पालन करने होंगे कौन-कौन से नियम

राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) सितंबर में होने जा रही मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं (NEET and JEE) के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने, एक सीट छोड़कर बैठाने, प्रत्येक कमरे में कम उम्मीदवारों को बैठाने और प्रवेश-निकास की अलग व्यवस्था जैसे कदम उठाएगी।

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: August 26, 2020 12:50 IST
jee main neet exam 2020 nta plans fewer students per room...- India TV Hindi
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नई दिल्ली। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) सितंबर में होने जा रही मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं (NEET and JEE) के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने, एक सीट छोड़कर बैठाने, प्रत्येक कमरे में कम उम्मीदवारों को बैठाने और प्रवेश-निकास की अलग व्यवस्था जैसे कदम उठाएगी। इन प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित करने की बढ़ रही मांग के बीच एनटीए यह व्यवस्था कोविड-19 महमारी के मद्देनजर केंद्रों पर सामाजिक दूरी के नियम का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए करेगी।

शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने हालांकि, जोर दिया है कि परीक्षाएं निर्धारित समय पर ही होंगी। संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) या जेईई एक से छह सितंबर के बीच होगी जबकि राष्ट्रीय अर्हता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-स्नातक) परीक्षा 13 सितंबर को कराने की योजना है। एनटीए के अनुसार 99 फीसदी स्टूडेंट्स को उनकी पसंद के अनुसार केंद्र दिया गया है। उम्मीदवारों को निर्देश दिए गए हैं कि उन्हें फेस मास्क पहनना जरूरी है। परीक्षा देते हुए उन्हें गलव्स, पानी की बोतल और सैनिटाइजर लाना होगा। इसके साथ ही परीक्षा केंद्र पर सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखना होगा। 

उम्मीदवारों को कम से कम 6 फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी। परीक्षा केंद्र में जाने से पहले हर उम्मीदवार को अपने हाथ धोने होंगे। हर परीक्षा केंद्र पर हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी। एनटीए ने बयान में कहा कि जेईई के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या 570 से बढ़ाकर 660 की गई है जबकि नीट परीक्षा अब 2,546 केंद्रों के बजाय 3,843 केंद्रों पर होगी। जेईई कंप्यूटर आधारित परीक्षा है जबकि नीट पारंपरिक तरीके से कलम और कागज पर होती है। बयान में कहा गया कि इसके अलावा जेईई-मुख्य परीक्षा के लिए पालियों की संख्या आठ से बढ़ाकर 12 कर दी गई है और प्रत्येक पाली में विद्यार्थियों की संख्या अब 1.32 लाख से घटकर 85,000 हो गई है।

एनटीए ने कहा कि सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए जेईई-मुख्य परीक्षा में छात्रों को परीक्षा कक्ष में एक सीट छोड़कर बैठाया जाएगा। इसके अलावा अब एक कमरे में जहां पहले 24 उम्मीदवारों को बैठाया जा रहा था, वहीं अब 12 उम्मीदवार ही एक कमरे में बैठेंगे। प्रोटोकॉल के मुताबिक स्टाफ मैंबर और उम्मीदारों का हर प्रवेष द्वार पर थर्मोगन से फीवर चेक होगा। अगर किसी में कोई कोविड-19 के कोई लक्षण पाए गए तो उन्हें अलग आइसोलेशन कमरे में बैठाया जाएगा। उपस्थिति के थंब इम्प्रेशन के जरिए उपस्थिति नहीं ली जाएगी। वहीं, परीक्षा कक्षा के बाहर सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनश्चित करने के लिए उम्मीदवारों का विशेष प्रवेश एवं निकास होगा।

आपको बता दें कि परीक्षार्थियों और उनके माता-पिता ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से परीक्षा स्थगित करने की मांग की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, द्रमुक प्रमुक एमके स्टालिन और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित कई विपक्षी नेताओं ने भी परीक्षा स्थगित करने की मांग की है।

हालांकि, कोविड-19 की वजह से परीक्षा स्थगित करने का निर्देश देने के लिए दायर याचिका को पिछले हफ्ते उच्चतम न्यायालय ने खारिज कर दिया था। इस वर्ष जेईई-मुख्य परीक्षा के लिए 9.53 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है जबकि नीट के लिए 15.97 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है।

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