बॉलीवुड में पहचान बनाने से पहले थिएटर से जुड़े राहुल बोस ने अंग्रेजी फिल्म 'इंग्लिश, ऑगस्ट' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। देव बेनेगल द्वारा निर्देशित यह ब्लैक कॉमेडी फिल्म 1994 में रिलीज हुई थी। हालांकि राहुल बोस बिना किसी संघर्ष के मुख्य अभिनेता के रूप में अपनी पहली फिल्म पाने में कामयाब रहे, लेकिन उन्होंने बताया कि सेट पर उन्हें काफी अपमान सहना पड़ा। बोस ने दावा किया कि उन्हें बैठने के लिए कुर्सी नहीं दी गई थी, इसलिए उन्होंने अपनी कुर्सी खरीदने का फैसला किया। उन शुरुआती दिनों को याद करते हुए, राहुल बोस ने एक इंटरव्यू में बताया था, 'मुझे अपनी पहली फिल्म में बैठने के लिए कुर्सी नहीं दी गई थी। मैं मुख्य अभिनेता था। मैंने कभी संघर्ष नहीं किया, मैं सीधे मंच से मुख्य भूमिका निभाने लगा, और फिल्म में कोई नायिका नहीं थी—सिर्फ मैं ही थी। फिर भी, मुझे सेट पर कभी कुर्सी नहीं दी गई।'
खुद के पैसों से खरीदी थी कुर्सी
अभिनेता ने आगे बताया कि उनके अलावा, सेट पर सभी को एक कुर्सी दी जाती थी। बोस ने आगे कहा, 'कभी-कभी मैं सड़क के डिवाइडर या किसी मुंडेर पर ऐसे बैठ जाता था जैसे कोई समस्या ही न हो, लेकिन बाकी लोगों के पास हमेशा कुर्सियां होती थीं। निर्माता, उनकी बहन, उनके चाचा मेरे अलावा सभी को एक कुर्सी मिलती थी।' आखिरकार, बोस ने अपनी कुर्सी लेने का फैसला किया। उन्होंने बताया, 'मैं एक रेस्टोरेंट गया था, और उनके पास सेट पर मौजूद कुर्सी का एक फैंसी वर्जन था। लगभग 30 साल पहले इसकी कीमत 10,000 रुपये थी, लेकिन मैंने अपनी कुर्सी ले ली। उस अनुभव के बाद से, मैं हमेशा सेट पर अपनी कुर्सी लाता हूं क्योंकि मैं फिर कभी उस अपमान से नहीं गुजरना चाहता।'
आधा सैकड़ा फिल्मों में किया काम
बता दें कि राहुल बोस बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर हैं और अब तक 50 से ज्यादा फिल्मों और सीरीज में काम कर चुके हैं। राहुल के कई किरदार आज भी लोगों को याद हैं। बीते दिनों रिलीज हुई फिल्म मैडम सेनगुप्ता में नजर आए थे। बेहतरीन एक्टर के साथ राहुल बोस फिल्मों को डायरेक्ट भी कर चुके हैं। साल 2017 में पूरना नाम की फिल्म बनाई थी। इससे पहले साल 2001 में भी फिल्म को डायरेक्ट किया था।