
कला की दुनिया में फिल्मों का हीरो बनना सबसे ज्यादा कमाऊ जरिया बन गया है। फिल्मों के हीरो और सुपरहिट एक्टर्स की आमदनी हर क्षेत्र के कलाकारों से शीर्ष पर होती है। यही कारण है कि कला के हर क्षेत्र का कलाकार हीरो बनने का सपना जरूर देखता है। सिंगर हिमेश रेशमिया से लेकर दिलजीत दोसांझ जैसे कलाकारों के नाम इस बात का उदाहरण हैं। लेकिन बॉलीवुड में एक हीरो ऐसा भी है जो पहले फिल्मों में आया और फ्लॉप रहा। इसके बाद इस फ्लॉप हीरो ने साउड रोल किए और स्टैंडअप कॉमेडी की दुनिया में कूद पड़ा। स्टैंडअप कॉमेडी में इस हीरो ने न केवल नाम कमाया बल्कि अमेरिका से लेकर यूरोप तक अपनी कला का डंका बजवाया। इतना ही नहीं इस हीरो ने इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड (International Emmy Award) जीतकर पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया। ये हीरो कोई और नहीं बल्कि वीर दास हैं।
नाईजीरिया में बीता बचपन
भारत में जब स्टैंडअप कॉमेडी को समझने वालों की संख्या न के बराबर थी और जाकिर खान से लेकर समय रैना जैसे स्टैंडअप कॉमेडियन इस कला को सीख रहे थे तभी वीर दास ने इस विधा में कमाल कर दिया था। वीर दास का जन्म 31 मई 1979 को उत्तराखंड के देहरादून शहर में हुआ था। लेकिन वीर दास के पिता नाईजीरिया में नौकरी करते थे तो पूरा परिवार यहीं रहने लगा। यहां लागोस शहर में भारतीय भाषा में वीरदास ने अपनी स्कूलिंग पूरी की। इसके ग्रेजुएशन के लिए अमेरिका चले गए। यहां वीर दास ने नॉक्स कॉलेज से इकॉनोमिक्स में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद वीर दास ने अपनी एक्टिंग के पैशन का पीछा करते हुए रूस की राजधानी मॉस्को के एक कॉलेज से थियेटर और पर्फोमिंग आर्ट्स के एक कोर्स में हिस्सा लिया और 8 प्ले किए। यहां से जागी एक्टिंग में वीर की रुचि उन्हें हॉवर्ड यूनिवर्सिटी ले गई जहां उन्होंने 6 महीने तक मैथड एक्टिंग सीखी। इसके बाद वीर दास भारत लौट आए और सपनों के शहर मुंबई में स्ट्रगल करने लगे। यहां अपने शुरुआती दिनों में वीर दास स्टैंडअप कॉमेडी शो किया करते थे। लेकिन 2000 के दशक में स्टैंडअप कॉमेडी सुनने और समझने वालों की संख्या भारत में बेहद कम थी।
बतौर टीवी होस्ट शुरू किया था करियर
वीर दास ने अपनी एक्टिंग को आगे बढ़ाने के लिए टीवी होस्ट के तौर पर करियर की शुरुआत की और 'इस रूट की सभी लाइनें व्यस्त हैं' शो को होस्ट किया। इसके साथ ही 2006 में आई फिल्म 'नमस्ते लंदन' से वीर ने अपने करियर की शुरुआत की। इस फिल्म के बाद वीर दास हीरो बन गए और लीड रोल मिलने लगे। वीर ने 'लव आजकल' और 'बदमाश कंपनी' जैसी फिल्मों में भी काम किया। साल 2011 में आई फिल्म 'डेल्ही बेल्ली' में वीर दास ने आमिर खान के भांजे इमरान खान के साथ लीड रोल किया। इसके बाद 2013 में आई फिल्म 'गो गोवा गोन' में भी वीर दास ने लीड रोल निभाया। हालांकि वीर दास की किस्मत बॉक्स ऑफिस पर कोई खास नहीं चमकी और उनकी फिल्में फ्लॉप रहीं। अपने करियर में करीब 30 से ज्यादा फिल्में और टीवी सीरियल करने के बाद भी वीर दास एक हिट हीरो नहीं बन पाए और उन्हें साइड रोल्स से संतुष्ट करना पड़ा।
फ्लॉप हीरो से हिट स्टैंडअप कॉमेडियन तक का सफर
2010 के दशक में वीर दास भले ही धड़ाधड़ फिल्में कर रहे थे लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इसका कोई खासा असर नहीं हो रहा था। इसके बाद वीर दास ने स्टैंडअप कॉमेडी का सहारा लिया और जाकिर खान समेत तमाम कॉमेडियन्स से पहले ही इसे शुरू कर दिया। भारत में भले ही वीर दास की स्टैंडअप कॉमेडी को पहचान नहीं मिली हो लेकिन जब उनके शो अमेरिका में हुए तो लोग बेहद खुश हो गए। साथ ही अमेरिका से लेकर यूरोप तक स्टैंडअप कॉमेडी में वीर दास का जलवा देखने को मिला। वीर दास ने स्टैंडअप कॉमेडी पर ध्यान दिया और लगातार शो करते रहे। आज वीर दास दुनिया के बेस्ट स्टैंडअप कॉमेडियन्स में गिने जाते हैं। वीर दास भारत के पहले स्टैंडअप कॉमेडियन थे जिन्होंने नेटफ्लिक्स पर अपना शो किया था।
इंटरनेशनल ग्रैमी अवॉर्ड जीतने वाले पहले कॉमेडियन
बीते 2 साल पहले 2023 में वीर दास ने इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स जीतकर पूरी दुनिया में हल्ला मचा दिया है। वीर दास भारत के पहले स्टैंडअप कॉमेडियन हैं जिन्हें उनकी बेस्ट कॉमेडी के लिए इस इंटरनेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। वीर दास अब पूरी दुनिया के बेस्ट स्टैंडअप कॉमेडियन्स में गिने जाते हैं। वीर दास ने एमी अवॉर्ड जीतने के बाद एक भावुक नोट भी लिखा था। जिसमें उन्होंने बताया था कि आज जहां मैं खड़ा हूं वहां कभी बर्तन धोया करता था। बर्तन धोने से लेकर एमी अवॉर्ड्स जीतने तक का सफर काफी खास रहा है। वीर दास अब भारत के सबसे सुपरहिट स्टैंडअप कॉमेडियन्स में से एक हैं।