धार (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के धार जिले में 65 वर्षीय व्यक्ति के परिवार ने दावा किया कि उनके परिवार का एक सदस्य जब शनिवार को लॉकडाउन के दौरान आवश्यक समान खरीदने बाहर गया था तब पुलिस द्वारा पिटाई करने से उसकी मौत हो गयी। पुलिस अधिकारियों ने मृतक व्यक्ति के परिवार के आरोपों को खारिज कर दिया है।
मृतक टीगू बुधिया के बेटे राजू ने आरोप लगाया कि जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर धामनोद पुलिस थाने के तहत गुजरी गांव में पुलिस की पिटाई से उसके पिता की मौत हो गयी। मृतक व्यक्ति के परिवार के आरोप से इनकार करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने कहा कि हमें जानकारी मिली थी कि एक आदमी सड़क पर पड़ा हुआ है। पुलिसकर्मी तुरंत उसे अस्पताल ले गए जहां उसकी मौत हो गयी।
जबकि राजू ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे पिता को पुलिस ने सुबह 6.30 से 7 बजे के बीच जमकर पीटा। इससे उनकी मौत हो गयी। वह जरूरी समान खरीदने गये थे। मेरे जीजा ने बताया कि पुलिस वाहनों में आयी और मेरे पिता की पिटाई की।’’ एसपी सिंह ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है। डॉक्टरों के एक दल द्वारा पोस्टमार्टम कराया जा रहा है ताकि व्यक्ति की मौत का कारण सामने आ सके।
इस बीच, स्थानीय कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और पुलिस को इस तरह कार्रवाई नहीं करनी चाहिये। मेड़ा ने कहा, ‘‘मृतक के शरीर पर लाठी के निशान थे। मैं जिला कलेक्टर से अनुरोध करता हूं कि सरकारी और स्थानीय डॉक्टरों के एक दल द्वारा मृतक के शव का परीक्षण कराया जाये। इस घटना के अपराधी को सजा मिलनी चाहिए।’’