बेंगलुरु: प्रज्वल रेवन्ना के आपत्तिजनक वीडियो मामले को लेकर चौंकाने वाली बात सामने आई है। भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं वकील जी देवराजे गौड़ा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार और 4 अन्य मंत्री हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के आपत्तिजनक वीडियो वाली पेन ड्राइव के प्रसार में कथित तौर पर शामिल थे।
बता दें कि देवराजे गौड़ा को यौन उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार किया गया था और इस समय वह हिरासत में हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि शिवकुमार ने उन्हें बीजेपी और पीएम मोदी को बदनाम करने और प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े अश्लील वीडियो मामले में जनता दल (सेक्युलर) के एक बड़े नेता की छवि खराब करने के लिए 100 करोड़ रुपये की पेशकश की थी।
पेन ड्राइव मामले में शिवकुमार का हाथ: देवराजे गौड़ा
पुलिस हिरासत की अवधि खत्म होने के बाद हासन की जिला जेल ले जाते समय पत्रकारों से बात करते हुए देवराजे गौड़ा ने दावा किया, 'पेन ड्राइव मामले में डीके शिवकुमार का हाथ है और इस मामले को संभालने के लिए चार मंत्रियों एन.चालुवरायास्वामी, कृष्णा बायरे गौड़ा, प्रियांक खरगे और एक अन्य मंत्री की एक टीम बनाई गई थी। ऐसा भाजपा, प्रधानमंत्री मोदी और जेडीएस के एक बड़े नेता को बदनाम करने के लिए किया गया। मुझे 100 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी।'
बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना (33) पर महिलाओं के साथ यौन शोषण के कई आरोप हैं।
क्या है मामला?
कर्नाटक सेक्स स्कैंडल मामले के मुख्य आरोपी प्रज्वल रेवन्ना को जेडीएस ने सस्पेंड कर दिया था। प्रज्वल रेवन्ना और उनके पिता पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। रिपार्ट्स के मुताबिक, महिला ने दावा किया कि हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना ने 4-5 साल पहले बेंगलुरु स्थित अपने घर पर उसकी मां के साथ रेप किया था।
उन्होंने SIT को इस घटना के बारे पूरी जानकारी दी है। इसके अलावा महिला ने दावा किया कि उसे भी साल 2020 और 2021 में वीडियो कॉल कर कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया गया था। महिला ने यह भी दावा किया कि इन घटनाओं के पता चलने पर रेवन्ना के परिवार ने उसका समर्थन किया, जिसके बाद उसने यह शिकायत की। (इनपुट: भाषा)