Friday, April 19, 2024
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मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना केस खतरे की घंटी, सरकार की चिंता बढ़ी

मध्य प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोतरी ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी है। यह कारण है कि एक तरफ टीकाकरण के अभियान को तेज किया जा रहा है तो दूसरी ओर जागरुकता अभियान चलाने पर जोर है।

Bhasha Reported by: Bhasha
Published on: September 05, 2021 11:26 IST
मध्य प्रदेश में बढ़ते...- India TV Hindi
Image Source : PTI मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना केस खतरे की घंटी, सरकार की चिंता बढ़ी

भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद आम लोगों की जिंदगी पटरी पर लौट चली है, एक सितंबर से स्कूल भी खुल गए है, मगर इसी बीच कोरोना के मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोतरी ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी है। यह कारण है कि एक तरफ टीकाकरण के अभियान को तेज किया जा रहा है तो दूसरी ओर जागरुकता अभियान चलाने पर जोर है। बताया गया है कि राज्य में बीते दो-तीन दिनों में मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है, राज्य में शनिवार को 22 प्रकरण आए हैं, इससे पहले शुक्रवार को 18 प्रकरण आए थे। मरीजों की बढ़ती संख्या ने सरकार को अलर्ट मोड में ला दिया है। कहा जा रहा है कि जबलपुर और सागर में जो पॉजिटिव प्रकरण आए हैं उनमें कुछ रोगी अधिक आयु के हैं। वहीं कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य भी किया जा रहा है।

मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोतरी के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिम्मेदार अधिकारियों की बैठक बुलाई और उसमें टीकाकरण के साथ जागरुकता अभियान चलाने पर जोर देते हुए कहा, "प्रदेश के कुछ जिलों में आए कोरोना के पॉजिटिव प्रकरण यह संकेत है कि हम सावधान हो जाएं। जन-जागरूकता की गतिविधियां लगातार चलाई जाए और नागरिकों को कोरोना संक्रमण के प्रति सजग और सतर्क किया जाए। जिस भी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत है, अस्पताल जाकर परामर्श लेना चाहिए। प्रतिदिन कुछ पॉजिटिव केस जिन जिलों में आ रहे हैं, ऐसे प्रकरणों पर निगाह रखी जाए।"

सरकार मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोत्तरी को खतरे की घंटी के तौर देख रही है और मान रही है कि सभी को सावधान रहना होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने सागर और जबलपुर कलेक्टर से भी चर्चा की और उनके जिलों में आए पॉजिटिव प्रकरणों के संबंध में जानकारी लेते हुए कहा प्रतिदिन मॉनिटरिंग के साथ कांटेक्ट ट्रेसिंग भी की जाए जिससे आवश्यक उपायों को लागू कर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

ज्ञात हो कि राज्य में आम आदमी की जिंदगी पटरी पर लौट रही है और स्कूल भी एक सितंबर से खोले जा चुके है। इसके बाद अचानक मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोतरी से हर कोई परेशान है और तीसरी लहर का प्रभाव बच्चों पर होने की खबरों से लोग और भी चिंतित है।

राज्य में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है। इस दिशा में प्रयास भी हो रहे है। प्रदेश में विभिन्न मदों से 190 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का लक्ष्य वर्तमान में 88 संयंत्र लगाए जा चुके हैं। कुल 18 इंस्टॉल हो गए हैं और 40 प्रदाय किए जा चुके हैं। अन्य 44 संयंत्र के कार्य में भी प्रगति है। लोक निर्माण विभाग, यूनिसेफ, पीएम केयर, कोल इंडिया, रेलवे आदि संस्थानों के सहयोग से भी ऑक्सीजन संयंत्र लगाए जा रहे हैं।

प्रदेश में 72 प्रतिशत पात्र नागरिकों को प्रथम डोज वैक्सीनेशन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। सरकार ने राज्य मे इस माह के अंत तक वैक्सीन के प्रथम डोज शत-प्रतिशत लोगों को लगाने का लक्ष्य रखा है। आगामी 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस पर प्रदेश में वैक्सीनेशन का महाअभियान भी चलाया जाएगा।

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