Thursday, May 09, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. वर्ष 2016-17 में सरकार खरीदेगी 3.3 करोड़ टन चावल, राज्‍यों में खुलेंगे खरीद केंद्र

वर्ष 2016-17 में सरकार खरीदेगी 3.3 करोड़ टन चावल, राज्‍यों में खुलेंगे खरीद केंद्र

सरकार ने अक्‍टूबर से शुरू होने वाले मार्केटिंग वर्ष 2016-17 के लिए 3.3 करोड़ टन चावल खरीद का लक्ष्य रखा है।

Abhishek Shrivastava Abhishek Shrivastava
Published on: July 30, 2016 16:18 IST
वर्ष 2016-17 में सरकार खरीदेगी 3.3 करोड़ टन चावल, राज्‍यों में खुलेंगे खरीद केंद्र- India TV Paisa
वर्ष 2016-17 में सरकार खरीदेगी 3.3 करोड़ टन चावल, राज्‍यों में खुलेंगे खरीद केंद्र

नई दिल्ली। सरकार ने अक्‍टूबर से शुरू होने वाले मार्केटिंग वर्ष 2016-17 के लिए 3.3 करोड़ टन चावल खरीद का लक्ष्य रखा है। साथ ही राज्यों को पर्याप्त संख्या में खरीद केंद्र खोलने को कहा है।

चावल खरीद चालू विपणन वर्ष 2015-16 (अक्‍टूबर-सितंबर) के लिए निर्धारित तीन करोड़ टन के लक्ष्य से ऊपर निकल गया है।

अनाज खरीद और वितरण के लिए नोडल एजेंसी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने अबतक 3.092 करोड़ टन चावल की खरीद की है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, 2016-17 के लिए खरीद लक्ष्य 3.3 करोड़ टन तय किया गया है। देश में फसल वर्ष 2015-16 (जुलाई-जून) में 10.34 करोड़ टन चावल उत्पादन का अनुमान है, जो फसल वर्ष 2014-15 के 10.55 करोड़ टन से 21.2 लाख टन कम है।

केंद्रीय खाद्य सचिव वृदा स्वरूप की अध्यक्षता में खाद्य सचिवों की बैठक में चावल खरीद लक्ष्य तय किया गया। बैठक में 2016-17 के लिए धान एवं मोटा अनाज की खरीद के लिए व्यवस्था की समीक्षा की गई। बैठक में राज्यों से तत्काल उन क्षेत्रों की पहचान करने को कहा गया जहां अधिकतम धान की पैदावार होती है। साथ पर्याप्त संख्या में खरीद केंद्र खोलने तथा कार्यबल तैनात करने को कहा। भंडारण के मामले में राज्य सरकारों से भंडारण के बारे में विस्तृत योजना तैयार करने को कहा गया ताकि भंडारण जरूरतों के संदर्भ में कमी को पूरा किया जा सके। एफसीआई को खरीद कार्यों पर नजर रखने तथा शिकायतों के निपटान के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर संयुक्त टीम गठित करने को कहा गया है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement