Post Office Schemes: भारतीय रिजर्व बैंक इस साल रेपो रेट में 1.00 प्रतिशत की कटौती कर चुका है। आरबीआई द्वारा रेपो रेट घटाए जाने की वजह से देशभर के बैंकों ने एफडी की ब्याज दरें घटा दी हैं। वहीं दूसरी ओर, पोस्ट ऑफिस अभी भी अपने ग्राहकों को एफडी पर पहले की तरह ही बंपर ब्याज दे रहा है। पोस्ट ऑफिस की एफडी स्कीम की ब्याज दरों पर रेपो रेट घटाए जाने का अभी तक कोई असर देखने को नहीं मिला है। आज हम यहां जानेंगे कि वाइफ के नाम से पोस्ट ऑफिस में 1 लाख रुपये की एफडी करें तो 24 महीने बाद कुल कितने रुपये मिलेंगे?
पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं 1 साल से लेकर 5 साल तक की एफडी
पोस्ट ऑफिस में एफडी यानी फिक्स्ड डिपोजिट को टीडी (टाइम डिपोजिट) के नाम से जाना जाता है। पोस्ट ऑफिस की टीडी स्कीम बिल्कुल बैंकों की एफडी स्कीम की तरह की होती है। बैंक एफडी की तरह, टीडी पर भी आपको एक तय समय के बाद गारंटी के साथ फिक्स रिटर्न मिलता है। पोस्ट ऑफिस अपने ग्राहकों को 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल के लिए टीडी खाता खोलने का विकल्प देता है। पोस्ट ऑफिस में 1 साल की टीडी पर 6.9 प्रतिशत, 2 साल की टीडी पर 7.0 प्रतिशत, 3 साल की टीडी पर 7.1 प्रतिशत और 5 साल की टीडी पर 7.5 प्रतिशत का बंपर ब्याज मिल रहा है। पोस्ट ऑफिस के टीडी खाते में कम से कम 1000 रुपये जमा किए जा सकते हैं, जबकि इसमें कोई अपर लिमिट नहीं है। यानी आप इस स्कीम में जितना चाहें, उतना पैसा जमा करा सकते हैं।
1,00,000 रुपये जमा करेंगे तो मैच्यॉरिटी पर कुल कितने रुपये मिलेंगे
पोस्ट ऑफिस में सभी ग्राहकों को एक जैसा रिटर्न देता है। महिला, पुरुष, वरिष्ठ नागरिक सभी तरह के ग्राहकों को पोस्ट ऑफिस की टीडी स्कीम पर बराबर ब्याज मिलता है। अगर आप पोस्ट ऑफिस में 24 महीने यानी 2 साल की टीडी में अपनी पत्नी के नाम से 1,00,000 रुपये जमा करते हैं तो मैच्यॉरिटी पर आपकी वाइफ के खाते में कुल 1,14,888 रुपये आएंगे। इनमें आपके निवेश के 1,00,000 रुपये के साथ, ब्याज के 14,888 रुपये शामिल हैं। पोस्ट ऑफिस की टीडी स्कीम पर भी ग्राहकों को गारंटी के साथ एक फिक्स ब्याज मिलता है, जिसमें किसी भी तरह का न तो कोई अप-डाउन होता है और न ही कोई रिस्क होता है।
Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी प्रकार के निवेश से पहले या वित्तीय जोखिम लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के जोखिम के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।



































