सरकार ने फिर पांच मई को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए। इस दो बार की वृद्धि से सरकार को 2 लाख करोड़ रुपए के अतिरिक्त कर राजस्व प्राप्त हुआ।
बुधवार को देशभर में पेट्रोल-डीजल के दाम अपने पूर्व स्तर पर ही बने हुए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में दोनों ईंधन के दाम पूर्व स्तर पर स्थिर रहे।
गत 7 जून के बाद से जहां डीजल के दाम लगातार 22 दिनों तक बढ़े हैं। वहीं पेट्रोल के दाम 21 दिन बढ़े हैं।
गत 7 जून के बाद से जहां डीजल के दाम लगातार 22 दिनों तक बढ़े हैं। वहीं पेट्रोल के दाम 21 दिन बढ़े हैं।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के मुताबिक दिल्ली में सोमवार को पेट्रोल का दाम 80.38 रुपए से बढ़कर 80.43 रुपए प्रति लीटर हो गया।
एआईएमटीसी के अध्यक्ष कुलतरन सिंह अटवाल ने कहा कि अगर डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को तुरंत वापस नहीं लिया जाता है तो सड़क परिवहन क्षेत्र के पास परिचालन बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
बढ़त के बाद डीजल की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंची
महामारी से पहले की वृद्धि दर पाने में 2 साल लगने का अनुमान
दिल्ली में पेट्रोल का मूल्य 76.26 रुपए से बढ़कर 76.73 रुपए प्रति लीटर हो गया है। वहीं डीजल के दाम 74.62 रुपए से बढ़कर 75.19 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गए हैं।
दिल्ली में पेट्रोल का मूल्य 75.78 रुपए से बढ़कर 76.26 रुपए प्रति लीटर हो गया है। वहीं डीजल के दाम 74.03 रुपए से बढ़कर 74.62 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गए हैं।
कोरोना संकट के बीच भारत में ईंधन की कीमतों में तेजी रुकने का नाम नहीं ले रही है। ऑइल मार्केटिंग कंपनियों ने लगातार 8वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि कर दिया है।
शनिवार को दिल्ली में पेट्रोल की नई कीमत 75.16 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 73.39 रुपए प्रति लीटर हो गई है।
शुक्रवार को दिल्ली में पेट्रोल की नई कीमत 74.57 रुपए प्रति लीटर और डीजल का नया भाव 72.81 रुपए प्रति लीटर हो गया है।
5 दिन तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई इस बढ़ोतरी के बाद अब दिल्ली में पेट्रोल का भाव बढ़कर 74 रुपए प्रति लीटर और डीजल का भाव 72.22 रुपए प्रति लीटर हो गया है।
तेल विपणन कंपनियों ने 80 दिनों के विराम के बाद रविवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में रोजाना बदलाव की शुरूआत की।
ब्रेंट क्रूड की कीमतों में एक बार फिर बढ़त से पेट्रोल डीजल कीमतों पर असर
शहरी गैस नेटवर्क में 2,200 से अधिक सीएनजी आउटलेट शामिल हैं और पाइपलाइन के जरिये लगभग 61 लाख लोगों तक रसोई में पीएनजी की आपूर्ति की जा रही है।
कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन (बंद) के चलते एलपीजी को छोड़कर अन्य सभी पेट्रोलियम उत्पादों की खपत में भारी गिरावट आई है।
बढ़ोतरी के बाद डीजल की कीमत 62 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंची
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से ड्यूटी का बोझ ग्राहकों पर नहीं पड़ा
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