भारत की इंश्योरेंस इंडस्ट्री एक बड़े बदलाव की दहलीज पर खड़ी है। वर्षों से एजेंट्स को मिलने वाला फ्रंट-लोडेड मोटा कमीशन अब इतिहास बनने की ओर बढ़ रहा है। बीमा कंपनियां, खासकर LIC और SBI Life जैसी दिग्गज संस्थाएं नए मॉडल पर काम कर रही हैं।
एलआईसी बीमा सखी का उद्देश्य महिलाओं को एलआईसी एजेंट के रूप में भर्ती और प्रशिक्षित करना है, जिससे उन्हें आय अर्जित करने में मदद मिलेगी।
Right Investment Tips: कई लोगों को निवेश की जल्दी होती है, तो कुछ सिर्फ बेहतर भविष्य के लिए निवेश करने की फिराक में होते हैं। इसी के चक्कर में एजेंट गलत सलाह के साथ पैसा और समय दोनों बर्बाद कर देते। आइए सही निवेश का कारगर तरीका जानते हैं।
वित्त मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि संशोधन के जरिये बीमा ब्रोकर भी अब लोकपाल के दायरे में लाए गए हैं। इसके अलावा पॉलिसीधारकों को ऑनलाइन शिकायत दायर करने की भी अनुमति दी गई है।
हर महीने 5,000 एजेंट नियुक्त किए जा रहे हैं। चालू वर्ष में 60,000 एजेंट नियुक्त करने का लक्ष्य और इसमें अगले साल 25 से 30 प्रतिशत वृद्धि की होने की उम्मीद है
नवंबर की शुरुआत से ही कार और बाइक के इंश्योरेंस महंगे हो गए हैं। बीमा नियामक IRDAI ने बीमा एजेंटों को मिलने वाले कमीशन में बढ़ोतरी को हरी झंडी दे दी है।
IRDAI ने हाल ही में एक केंद्रीय डाटाबेस तैयार किया है और जल्द ही इसमें बीमा मार्केटिंग कंपनियों और एजेंटों का डाटाबेस भी शामिल होगा।
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