Wednesday, May 08, 2024
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रुसी राष्ट्रपति पुतिन ने फिर की भारत की तारीफ़, कहा - 'इंडिया के लोग बेहद टैलेंटेड, देश के विकास में इनकी अहम भूमिका'

रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर अपने दो दिवसीय दौरे पर रूस जाने वाले हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर सात और आठ नवंबर को मॉस्को के दो दिवसीय दौरे पर होंगे।

Sudhanshu Gaur Edited By: Sudhanshu Gaur @SudhanshuGaur24
Published on: November 05, 2022 18:42 IST
रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन- India TV Hindi
Image Source : FILE रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एकबार फिर से भारत की तारीफ़ में कसीदे पढ़े हैं। पुतिन ने कहा कि, भारत के लोग बेहद प्रतिभाशाली और ऑब्जेक्टिव होते हैं। इसके साथ ही वे विकास के मामले में उत्कृष्ट परिणाम हासिल करने में अपने देश की मदद करेंगे। 

पुतिन की यह टिप्पणी विदेश मंत्री एस जयशंकर की मॉस्को यात्रा से कुछ दिन पहले आई है। जयशंकर सात और आठ नवंबर को मॉस्को के दो दिवसीय दौरे पर होंगे। शुक्रवार को राष्ट्रीय एकता दिवस पर रशियन हिस्टॉरिकल सोसाइटी की 10वीं वर्षगांठ से संबंधित कार्यक्रम में पुतिन ने कहा, ‘‘आइए, भारत पर नजर डालें। उसके लोग बहुत ही प्रतिभाशाली और उद्देश्यपरक हैं, जिनमें आंतरिक विकास के लिए ऐसी ललक है कि वे नि:संदेह उत्कृष्ट परिणाम हासिल करेंगे। भारत विकास के मामले में उत्कृष्ट नतीजे प्राप्त करेगा।’’ 

'भारत के लगभग 1.5 अरब लोग विकास के मामले में निश्चित रूप से शानदार परिणाम हासिल करेंगे'

क्रेमलिन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पुतिन ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत के लगभग 1.5 अरब लोग विकास के मामले में निश्चित रूप से शानदार परिणाम हासिल करेंगे। कार्यक्रम में पुतिन ने उपनिवेशवाद और रूस की सभ्यता एवं संस्कृति के बारे में भी बात की। उन्होंने पिछले बृहस्पतिवार को भी भारत के साथ रूस के विशेष संबंधों का जिक्र किया था। 

रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

Image Source : AP
रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

भारत के साथ हमारे विशेष संबंध - रूसी राष्ट्रपति पुतिन 

रूसी राष्ट्रपति ने कहा था, ‘‘भारत के साथ हमारे विशेष संबंध हैं, जो दशकों से हमारे बीच मौजूद घनिष्ठ रिश्तों की नींव पर बने हैं। भारत के साथ हमारा कभी कोई विवाद नहीं रहा, हमने हमेशा एक-दूसरे का समर्थन किया है और मैं सकारात्मक हूं कि यह संबंध भविष्य में भी ऐसा ही रहेगा।’’ उन्होंने देश के हित में ‘‘स्वतंत्र विदेश नीति’’ का पालन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी तारीफ की थी। पुतिन ने कहा था कि भारत ब्रिटिश उपनिवेश से आधुनिक राष्ट्र बनने तक एक महान विकास पथ पर चला है। 

'दवाब के बावजूद भारत ने रूस से रियायती दरों पर कच्चे तेल का आयात बढ़ाया'

उन्होंने कहा था कि रूस भारत के लिए समय की कसौटी पर खरा उतरने वाला एक भागीदार रहा है और मॉस्को नयी दिल्ली की विदेश नीति का एक प्रमुख स्तंभ रहा है। भारत ने पश्चिमी देशों की आपत्ति के बावजूद पिछले कुछ महीनों में रूस से रियायती दरों पर कच्चे तेल का आयात बढ़ाया है। 

नयी दिल्ली ने अभी तक यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की निंदा भी नहीं की है तथा वह अपने इस रुख पर कायम रहा है कि संकट का समाधान कूटनीति और बातचीत के माध्यम से किया जाना चाहिए। मोदी ने 16 सितंबर को उज्बेकिस्तान के समरकंद शहर में पुतिन के साथ हुई द्विपक्षीय बैठक में उनसे कहा था कि ‘‘आज का युग युद्ध का युग नहीं है।

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