Monday, April 29, 2024
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US Saudi Arabia: 'सऊदी अरब के खिलाफ एक्शन लेगा अमेरिका'... बाइडेन ने आखिर किस वजह से दी धमकी, जानिए पूरा मामला

US Saudi Arabia: अमेरिका सऊदी अरब के खिलाफ कार्रवाई करेगा। इस बात का ऐलान खुद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने किया है। वह इस देश से काफी नाराज हो गए हैं।

Shilpa Written By: Shilpa @Shilpaa30thakur
Updated on: October 13, 2022 12:38 IST
Joe Biden-Mohammed Bin Salman- India TV Hindi
Image Source : TWITTER Joe Biden-Mohammed Bin Salman

Highlights

  • बिगड़ रहे अमेरिका सऊदी के रिश्ते
  • जो बाइडेन ने दी कार्रवाई की धमकी
  • ओपेक प्लस के फैसले से गुस्सा है यूएस

US Saudi Arabia: जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका और सऊदी अरब के रिश्ते लगातार कमजोर हो रहे हैं। ओपेक प्लस द्वारा तेल कटौती के फैसले के बाद से स्थिति और बिगड़ती हुई नजर आ रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को कहा कि सऊदी अरब के नेतृत्व वाले ओपेक प्लस गठबंधन द्वारा तेल उत्पादन में कटौती की योजना की घोषणा के बाद उनका प्रशासन रियाद के खिलाफ कार्रवाई करेगा। बाइडेन ने कहा कि सऊदी अरब के इस फैसले से रूस जैसे तेल निर्यातक देशों को लाभ होगा।

बाइडेन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, 'हम सऊदी अरब के इस कदम पर प्रतिक्रिया करने जा रहे हैं, और इस संबंध में कांग्रेस के साथ परामर्श किया जा रहा है। और हम कार्रवाई करेंगे।’ इससे एक दिन पहले खबर आई थी कि व्लाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडेन सऊदी अरब के साथ अमेरिका के रिश्तों पर पुनर्विचार कर रहे हैं। अमेरिका चाहता है कि सऊदी अरब तेल उत्पादन बढ़ाए ताकि वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों को नियंत्रित किया जा सके। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमत बढ़ गई है, जिससे दुनिया भर में तेल महंगा हो गया है।

सीएनएन के साथ एक साक्षात्कार में, किर्बी ने कहा, "मुझे लगता है कि बाइडेन बहुत स्पष्ट हैं कि यह एक ऐसा रिश्ता है जिस पर हमें पुनर्विचार करने की आवश्यकता है, और विशेष रूप से ओपेक के फैसले के बाद।" उन्होंने कहा कि बाइडेन सऊदी के साथ संबंधों के भविष्य पर कांग्रेस के साथ काम करने के लिए तैयार हैं। ओपेक प्लस द्वारा तेल उत्पादन में कटौती की घोषणा के बाद से अमेरिका में सऊदी अरब को लेकर गुस्सा है।

सितंबर में रियाद गए थे बाइडेन

जो बाइडेन तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी के उद्देश्य से सितंबर महीने में रियाद गए थे। यहां उन्होंने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की थी। जबकि वह उनसे नफरत करने के लिए जाने जाते हैं। बावजूद इसके सऊदी अरब ने अमेरिका की बात नहीं मानी। ओपेक प्लस समूह का नेतृत्व भी सऊदी अरब ही कर रहा है और रूस भी इसका हिस्सा है। हाल में ही इस समूह ने तेल उत्पादन में प्रति दिन 20 लाख बैरल की कटौती करने का फैसला किया है। जिसके बाद से अमेरिका भड़का हुआ है। 

क्राउन प्रिंस से नफरत करते हैं बाइडेन

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान जो बाइडेन एमबीएस को सजा देने की बात कर रहे थे। उन्होंने अमेरिकी नागरिक और मूल रूप से सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या तक के लिए सीधे-सीधे एमबीएस को जिम्मेदार ठहरा दिया था। आपको ये बात जानकर भी हैरानी होगी कि बाइडेन ने अतीत में कहा था कि वह क्राउन प्रिंस से कभी मुलाकात नहीं करना चाहेंगे, बल्कि वह केवल किंग से मिलेंगे। लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण तेल के बढ़ते दाम की वजह से उन्हें सऊदी अरब के आगे झुकना पड़ा। वह चाहते हैं कि सऊदी तेल का उत्पादन बढ़ा दे, ताकि तेल के दाम कुछ कम हो सकें। इसी बात के लिए उन्होंने उन्हीं एमबीएस के साथ बैठक की तस्वीरें क्लिक करवाईं, जिनसे वह कभी मुलाकात न करने का इरादा कर चुके थे। 

रूस के करीब क्यों गया सऊदी अरब?

जो बाइडेन ने अमेरिका का राष्ट्रपति बनते ही सऊदी अरब को हूती विद्रोहियों के हमलों का सामना करने के लिए बीच मझदार में अकेला छोड़ दिया था। ऐसी स्थिति को देखते हुए सऊदी अरब ने रूस के साथ अपनी करीबी बढ़ाई है। साथ ही सऊदी अरब ने यूक्रेन पर हमला करने के चलते रूस की आलोचना नहीं की। इसके बजाय ये दोनों देश तेल को लेकर इतना करीब आ गए हैं, जितना पहले कभी नहीं थे। सऊदी अरब भी अपने तेल से अधिकतम राजस्व कमाना चाहता है। ठीक इसी तरह रूस भी चाहता है कि वह सऊदी अरब के साथ रहकर अमेरिका और पश्चिमी देशों के उस पर लगाए गए प्रतिबंधों को कमजोर कर सकता है। 

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