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Exclusive: क्या आप भी कर रहे हैं UPSC सिविल सर्विसेज की तैयारी? तो यह नया AI टूल आपकी कर सकता है बेहद मदद

अगर आप यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो PadhAI टूल आपकी तैयारी में मदद कर सकता है। हाल ही में, आईआईटीयन्स के एक समूह ने PadhAI नाम से एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आधारित ऐप लॉन्च किया है।

Edited By: Akash Mishra @Akash25100607
Published : Jun 18, 2024 18:52 IST, Updated : Jun 18, 2024 19:01 IST
PadhAI's CEO,डॉ. कार्तिकेय मंगलम- India TV Hindi
PadhAI's CEO, डॉ. कार्तिकेय मंगलम

वर्तमान समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव लोगों के बीच बढ़ा है। बीते कुछ समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने लोगों का ध्यान बहुत आकर्षित किया है और अब यह धीरे-धीरे हमारे जीवन का हिस्सा बन रहा है। हाल ही में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आधारित ऐप, PadhAI ने UPSC 2024 परीक्षा को क्रैक किया और 200 में से 170 से अधिक अंक प्राप्त किए। यह स्कोर औसत सामान्य स्कोर से काफी अधिक है, जो आमतौर पर 100 से नीचे रहता है। आधिकारिक नोटिस के अनुसार, PadhAI का स्कोर इसे राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष 10 में रखता है, संभावित रूप से नंबर 1 स्थान पर भी।

आईआईटीयन्स के एक समूह ने इस ऐप को विकसित किया और इसे परीक्षा के ठीक बाद 16 जून को यूपीएससी सीएसई 2024 परीक्षा में ले गए और पूरे पेपर को केवल सात मिनट में हल किया। शीर्ष कोचिंग संस्थानों द्वारा जारी उत्तर कुंजियों का उपयोग करके उत्तरों की तुलना ओपन एआई, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी बड़ी टेक्निकल कंपनियों से व्यावसायिक रूप से उपलब्ध व्यापक एआई मॉडल से भी की गई। इंडिया टीवी ने इस नए परीक्षा तैयारी टूल के बारे में अधिक जानने के लिए पढाई एआई के सीईओ डॉ. कार्तिकेय मंगलम से विशेष रूप से बात की, जिन्होंने यूसी बर्कले से एआई में पीएचडी की है।

प्रश्न: क्या यह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए फायदेमंद होगा?

कार्तिकेय मंगलम: बिल्कुल, आज छात्रों को अपने माता-पिता के घर को छोड़कर, नए शहरों में जाना पड़ता है, और परीक्षा की तैयारी के लिए लाखों रुपये की कोचिंग फीस का भुगतान करना पड़ता है। हम GenAI के साथ इस पहुंच को लोकतांत्रिक बनाना चाहते हैं और समाज के हर वर्ग के छात्रों के लिए इसे वहनीय बनाने के लिए लागत को कम करना चाहते हैं।

प्रश्न:क्या छात्र इस ऐप पर 100 प्रतिशत भरोसा कर सकते हैं?

कार्तिकेय मंगलम: वर्तमान में, यह ऐप छात्रों के लिए एक सहायता प्रणाली के रूप में कार्य करता है, चाहे उनकी तैयारी का प्राथमिक तरीका कुछ भी हो - चाहे वह कोचिंग हो, सेल्फ स्टडी हो, ऑनलाइन हो या डिस्टेंस लर्निंग हो। यह ऐप सभी के लिए फायदेमंद है क्योंकि इसमें अद्वितीय सुविधाएं हैं जो समय बचाने और यूपीएससी के लिए तेज और अधिक सटीक सीखने में सक्षम बनाने के लिए आवश्यक हैं।

प्रश्न: आपने AI मॉडल से जुड़ी चुनौतियों जैसे कि मतिभ्रम, तथ्यात्मक रूप से गलत डेटा और बहुत कुछ को कम करने की कोशिश कैसे की है?

कार्तिकेय मंगलम: हमने अपनी न्यूरो-सिम्बोलिक एलएलएम तकनीक विकसित की है जो मतिभ्रम और पुरानी जानकारी की चुनौतियों को कम करने में मदद करती है। PadhAI सबसे हालिया जानकारी प्रदान करता है, पुरानी जानकारी पर पक्षपात से बचता है और अपने कथनों को उचित संदर्भों(References) और उद्धरणों के साथ पूरक करता है - ताकि छात्रों को हमारी तकनीक में विश्वास और विश्वसनीयता महसूस हो।

प्रश्न: क्या आपने इस ऐप के ज़रिए NEET, CUET या अन्य कोई परीक्षा दी है?

कार्तिकेय मंगलम: हम उच्च गुणवत्ता वाला प्रोडक्ट बनाने के लिए एक बार में एक परीक्षा पर फोकस कर रहे हैं। यूपीएससी हमारा पहला और एकमात्र मार्केट है।

प्रश्न: क्या आपका ऐप फ्री है? अगर नहीं, तो इसके लिए क्या शुल्क है?

कार्तिकेय मंगलम: पूरी तरह से फ्री, कोई शुल्क नहीं। शिक्षा में GenAI तकनीक अभी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है और हम इसे मुद्रीकरण की चिंता करने से पहले परिपक्वता(Maturity) प्राप्त करने में मदद करना चाहते हैं।

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