Wednesday, May 01, 2024
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Explainer: क्या बीजेपी का 'विजय रथ' रोक पाएंगी AAP-कांग्रेस? हैरान करने वाले हैं 2014 और 2019 के आंकड़े

पिछले लोकसभा चुनावों से विश्लेषण करें तो पता चलता है कि AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ज्यादा नुकसान होने की संभावना नहीं है। क्योंकि भगवा पार्टी का वोट शेयर 56.86 प्रतिशत था।

Reported By : Varun Sharma Edited By : Mangal Yadav Updated on: February 23, 2024 12:48 IST
क्या बीजेपी का 'विजय रथ' रोक पाएंगी AAP-कांग्रेस?- India TV Hindi
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नई दिल्ली: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने जिस कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन करके आम आदमी पार्टी (आप) का गठन किया था अब उसी के साथ हाथ मिलाने को तैयार हैं। सूत्रों का कहना है कि आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन लगभग फाइनल हो चुका है, सिर्फ औपचारिक ऐलान होना बाकी है। सूत्रों के अनुसार, आप राष्ट्रीय राजधानी में चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, जबकि कांग्रेस के लिए तीन सीटें छोड़ेगी। सूत्रों ने बताया कि दोनों गुजरात और हरियाणा में भी एक साथ चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि पंजाब में दोनों एक-दूसरे के खिलाफ लड़ती नजर आ रही हैं। यहां अभी सीट बंटवारे पर कोई फैसला नहीं हुआ है।

आप-कांग्रेस के गठबंधन से बीजेपी पर क्या पड़ेगा असर

पिछले लोकसभा चुनावों से विश्लेषण करें तो पता चलता है कि AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ज्यादा नुकसान होने की संभावना नहीं है। क्योंकि भगवा पार्टी का वोट शेयर 56.86 प्रतिशत था। 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में अगर आप और कांग्रेस के संयुक्त वोट शेयर की तुलना करें तो यह 40.83 फीसदी है। दिल्ली की सभी सात सीटों पर बीजेपी दोनों पार्टियों से काफी आगे थी। भाजपा को 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन की तुलना में 2019 में 10 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे। 2019 के चुनावों में आप के वोट शेयर में लगभग 15 प्रतिशत की भारी गिरावट देखी गई थी जबकि कांग्रेस पार्टी ने अपने वोट शेयर में लगभग 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की थी। 2014 में बीजेपी को पूरी दिल्ली में 46.63 फीसदी वोट मिले थे और 'मोदी लहर' में उसने सभी सात सीटें जीती थीं।

लोकसभा चुनाव 2019 में क्या हुआ?

2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दिल्ली में 49,08,541 वोट (56.86%) मिले। राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस को 19,53,900 वोट (22.63%) और आम आदमी पार्टी (AAP) को 15,71,687 वोट (18.20%) मिले थे। दिल्ली में 2019 के चुनावों के दौरान AAP और कांग्रेस की संयुक्त ताकत 35,25,587 वोट (40.83%) थी, जो भाजपा से 13,82,954 वोट कम थी। बीजेपी को उत्तर पश्चिमी दिल्ली (60.49%) और पश्चिमी दिल्ली (60.01%) में 60 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे। पार्टी शेष पांच सीटों दक्षिणी दिल्ली (56.57%), पूर्वी दिल्ली (55.33%), नई दिल्ली (54.77%), उत्तर पूर्वी दिल्ली (53.86%) और चांदनी चौक पर भी 50 प्रतिशत से अधिक वोट पाने में सफल रही।   

 
लोकसभा चुनाव 2019 में दिल्ली का सीटवार विश्लेषण

1. उत्तर पश्चिमी दिल्ली - बीजेपी के हंस राज हंस को 8,48,663 वोट (60.49%) मिले और उन्होंने आप उम्मीदवार गुग्गन सिंह को 5,53,897 वोटों के भारी अंतर से हराया। गुग्गन सिंह को 21.01% वोट शेयर के साथ 2,94,766 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार राजेश लिलोठिया 16.88% वोट शेयर के साथ 2,36,882 वोट हासिल करने में कामयाब रहे। आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत से भी बीजेपी 3,17,015 वोटों से आगे थी।   

2. पश्चिमी दिल्ली - बीजेपी के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को 8,65,648 वोट (60.01%) मिले और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार महाबल मिश्रा को 5,78,486 वोटों के भारी अंतर से हराया था। मिश्रा को 19.91% वोट शेयर के साथ 2,87,162 वोट मिले। आप उम्मीदवार बलबीर सिंह जाखड़ 17.46% वोट शेयर के साथ 2,51,873 वोट हासिल करने में कामयाब रहे। भाजपा को आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत से 3,26,613 वोट अधिक मिले थे।

3. दक्षिणी दिल्ली - बीजेपी के रमेश बिधूड़ी को 6,87,014 वोट (56.57%) मिले थे । उन्होंने AAP उम्मीदवार राघव चड्ढा को 3,67,043 वोटों के अंतर से हराया था। चड्ढा को 26.34% वोट शेयर के साथ 3,19,971 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार और बॉक्सर विजेंदर सिंह 13.55% वोट शेयर के साथ 1,64,613 वोट पाने में कामयाब रहे। भाजपा आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत से 2,02,430 वोटों से आगे थी।

4. पूर्वी दिल्ली - बीजेपी के गौतम गंभीर को 6,96,156 वोट (55.33%) मिले और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार अरविंदर सिंह लवली को 3,91,222 वोटों के अंतर से हराया। लवली को 24.24% वोट शेयर के साथ 3,04,934 वोट मिले। आप उम्मीदवार आतिशी 17.43% वोट शेयर के साथ 2,19,328 वोट हासिल करने में सफल रहीं। आप और कांग्रेस के वोटों को मिला दें तो भी बीजेपी 1,71,894 वोटों से आगे थी। 

5. नई दिल्ली - बीजेपी की मीनाक्षी लेखी को 5,04,206 वोट (54.77%) मिले और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को 2,56,504 वोटों के अंतर से हराया था। माकन को 26.91% वोट शेयर के साथ 2,47,702 वोट मिले। आप उम्मीदवार ब्रिजेश गोयल 16.33% वोट शेयर के साथ 1,50,342 वोट हासिल करने में कामयाब रहे। भाजपा आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत से 1,06,162 वोटों से आगे थी।

6.उत्तर पूर्वी दिल्ली - बीजेपी के मनोज तिवारी को 7,87,799 वोट (53.86%) मिले और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 3,66,102 वोटों के अंतर से हराया था। शीला को 28.83% वोट शेयर के साथ 4,21,697 वोट मिले थे। आप उम्मीदवार दिलीप पांडे 13.05% वोट शेयर के साथ 1,90,856 वोट हासिल करने में कामयाब रहे। यहां भी बीजेपी आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत से 1,75,246 वोटों से आगे थी। 

7. चांदनी चौक - बीजेपी के डॉ. हर्ष वर्धन को 5,19,055 वोट (52.92%) मिले और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार जय प्रकाश अग्रवाल को 2,28,145 वोटों के अंतर से हराया। अग्रवाल को 29.66% वोट शेयर के साथ 2,90,910 वोट मिले। आप उम्मीदवार पंकज कुमार गुप्ता 14.74% वोट शेयर के साथ 1,44,551 वोट पाने में कामयाब रहे। आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत से बीजेपी 83,594 वोटों से आगे थी। 

लोकसभा चुनाव 2014 में क्या हुआ था?

2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दिल्ली में 38,38,850 वोट (46.63%) मिले थे। राजधानी दिल्ली में आप को 27,22,887 वोट (33.08%) और कांग्रेस को 12,53,078 वोट (15.22%) मिले थे। दिल्ली में 2014 के चुनावों के दौरान आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत 39,75,965 वोट (48.30%) थी, जो भाजपा से सिर्फ 1,37,115 वोट अधिक थी। हालांकि, भाजपा ने सभी सात सीटें जीत लीं क्योंकि AAP और कांग्रेस के बीच कोई गठबंधन नहीं था।

लोकसभा चुनाव 2014 में दिल्ली का सीटवार विश्लेषण

1. उत्तर पश्चिमी दिल्ली - बीजेपी के उदित राज को 6,29,860 वोट (46.44%) मिले और उन्होंने AAP उम्मीदवार राखी बिड़ला को 1,06,802 वोटों के अंतर से हराया। बिड़ला को 38.56% वोट शेयर के साथ 5,23,058 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णा तीरथ 11.61% वोट शेयर के साथ 1,57,468 वोट हासिल करने में सफल रहीं। आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत बीजेपी से 50,666 वोटों से आगे थी। 

2. पश्चिमी दिल्ली - बीजेपी के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को 6,51,395 वोट (48.30%) मिले और उन्होंने AAP उम्मीदवार जरनैल सिंह को 2,68,586 वोटों के अंतर से हराया था। जरनैल सिंह को 28.38% वोट शेयर के साथ 3,82,809 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार महाबल मिश्रा 14.33% वोट शेयर के साथ 1,93,266 वोट पाने में कामयाब रहे। भाजपा आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत से 75,320 वोटों से आगे थी।

3. दक्षिणी दिल्ली - बीजेपी के रमेश बिधूड़ी को 4,97,980 वोट (45.15%) मिले और उन्होंने AAP उम्मीदवार कर्नल देविंदर सहरावत को 1,07,000 वोटों के अंतर से हराया। सहरावत को 35.45% वोट शेयर के साथ 3,90,980 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार रमेश कुमार 11.35% वोट शेयर के साथ 1,25,213 वोट पाने में कामयाब रहे। आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत बीजेपी से सिर्फ 18,213 वोटों से आगे थी।

4. पूर्वी दिल्ली - बीजेपी के महेश गिरी को 5,72,202 वोट (47.81%) मिले और उन्होंने आप उम्मीदवार राजमोहन गांधी को 1,90,463 वोटों के अंतर से हराया। गांधी को 31.90% वोट शेयर के साथ 3,81,739 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित 16.98% वोट शेयर के साथ 2,03,240 वोट पाने में कामयाब रहे। आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत बीजेपी से सिर्फ 12,777 वोटों से आगे थी। 

5-नई दिल्ली- बीजेपी की मीनाक्षी लेखी को 4,53,350 वोट (46.73%) मिले और उन्होंने AAP उम्मीदवार आशीष खेतान को 1,62,708 वोटों के अंतर से हराया था। खेतान को 29.96% वोट शेयर के साथ 2,90,642 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन 18.85% वोट शेयर के साथ 1,82,893 वोट पाने में कामयाब रहे। आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत बीजेपी से सिर्फ 20,185 वोटों से आगे थी। 

6. उत्तर पूर्वी दिल्ली - बीजेपी के मनोज तिवारी को 5,96,125 वोट (45.23%) मिले और उन्होंने आप उम्मीदवार आनंद कुमार को 1,44,084 वोटों के अंतर से हराया। आनंद कुमार को 34.30% वोट शेयर के साथ 4,52,041 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार जय प्रकाश अग्रवाल 16.30% वोट शेयर के साथ 2,14,792 वोट पाने में कामयाब रहे। आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत बीजेपी से 70,708 वोटों से आगे थी।

7. चांदनी चौक - बीजेपी के डॉ. हर्ष वर्धन को 4,37,938 वोट (44.58%) मिले और उन्होंने आप उम्मीदवार आशुतोष को 1,36,320 वोटों के अंतर से हराया। आशुतोष को 30.71% वोट शेयर के साथ 3,01,618 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार कपिल सिब्बल 17.94% वोट शेयर के साथ 1,76,206 वोट पाने में कामयाब रहे। आप और कांग्रेस की संयुक्त ताकत बीजेपी से 39,886 वोटों से आगे थी।

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