Thursday, May 02, 2024
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Sanjay Raut On Eknath Shinde: 'शिंदे बीजेपी के CM हैं, शिवसेना के नहीं, सांप के खौफ से जंगल नहीं छोड़ा करते,' जानें संजय राउत ने और क्या कहा

Sanjay Raut On Eknath Shinde: इससे पहले संजय राउत ने बिना नाम लिए शिंदे गुट पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, 'फन कुचलने का हुनर भी सीखिए..सांप के खौफ से जंगल नहीं छोड़ा करते...जय महाराष्ट्र!!'

Rituraj Tripathi Written By: Rituraj Tripathi
Published on: July 19, 2022 11:02 IST
Sanjay Raut- India TV Hindi
Image Source : ANI Sanjay Raut

Highlights

  • शिंदे बीजेपी के CM हैं, शिवसेना के नहीं: राउत
  • महाराष्ट्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर लेकिन सीएम दिल्ली में हैं: राउत
  • सीएम शिंदे दिल्ली में महाराष्ट्र की सरकार बचाने के लिए आए: राउत

Sanjay Raut On Eknath Shinde: शिवसेना नेता संजय राउत ने एक बार फिर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर है, लोगों की मृत्यु हो रही है। लेकिन सीएम दिल्ली में महाराष्ट्र की सरकार बचाने के लिए आए हैं। वे चुनाव आयोग जाएंगे और भी कहीं जाएंगे। वे अब बीजेपी के सीएम हैं, वे शिवसेना के सीएम नहीं हैं।' बता दें कि महाराष्ट्र के सीएम इस समय दिल्ली दौरे पर हैं। 

इससे पहले संजय राउत (Sanjay Raut) ने बिना नाम लिए शिंदे (Eknath Shinde) गुट पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, 'फन कुचलने का हुनर भी सीखिए..सांप के खौफ से जंगल नहीं छोड़ा करते...जय महाराष्ट्र!!'

शिवसेना से टूटे हुए लोगों के गुट ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी बनाई: राउत

इससे पहले राउत (Sanjay Raut) ने कहा था, 'शिवसेना से टूटे हुए लोगों के गुट ने शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बना ली और हमारी कार्यकारिणी को बर्खास्त कर दिया। आप लोग (एकनाथ शिंदे गुट) टूटकर अलग चले गए। 20 तारीख से SC में सुनवाई होगी कि आप MLA रहेंगे या नहीं और आप हमें ही बर्खास्त कर रहे हैं।'

राउत ने 2019 के पवार और एनसीपी के बीच हुए गतिरोध का मुद्दा उठाया

इससे पहले राउत (Sanjay Raut) ने एक लेख के जरिए बागी विधायकों पर निशाना साधा था। उन्होंने 2019 में चुनावों के बाद बीजेपी और अजित पवार की 80 घंटे वाली सरकार का उदाहरण देकर बागी विधायकों पर निशाना साधा था। साल 2019 में हुए विधानसभा चुनावों के बाद शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन टूट गया था। इसके बाद अजित पवार एनसीपी से बगावत करके भाजपा के साथ चले गए थे और भाजपा ने सरकार भी गठित कर ली थी। हालांकि फडणवीस और अजित पवार की यह सरकार महज 80 घंटे ही चली थी।

उद्धव ठाकरे को नीचे खींचने की साजिश: राउत 

राउत (Sanjay Raut) ने ये भी कहा था कि साल 2014 में सरकार गठन में देरी हो रही थी। इसी दौरान एनसीपी नेता प्रफुल पटेल ने सरकार बनाने के लिए भाजपा को खुला प्रस्ताव दिया था। भाजपा ने भी उनके इस प्रस्ताव को अस्वीकार नहीं किया था। उन्होंने लिखा कि असल में भाजपा या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एनसीपी या शरद पवार से कोई दिक्कत है ही नहीं। राउत ने लिखा है यह भाजपा द्वारा शिवसेना को खत्म करने के लिए उठाया गया कदम है। उन्हें एहसास हो गया था कि उद्धव ठाकरे भविष्य में राष्ट्रीय स्तर के नेता बन सकते हैं। इसलिए उन्हें नीचे खींचने के लिए ऐसा किया गया। राउत ने आरोप लगाया कि शिवसेना में तोड़फोड़ की साजिश दिल्ली से की गई है।

 

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