Friday, May 03, 2024
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शिंदे गुट ने आदित्य ठाकरे को घोड़े पर उल्टा बैठाया, पोस्टर में लिखा- युवराज की 'दिशा' हमेशा गलत हो जाती है

Maharashtra Politics: शिंदे गुट वर्सेस ठाकरे की लड़ाई हर रोज एक मर्यादा को लांघ रही है। महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन जो हुआ उसकी उम्मीद शायद किसी ने नहीं की थी क्योंकि पहली बार शिंदे ग्रुप की तरफ से ठाकरे परिवार पर निजी हमले किए गए।

Reported By : Dinesh Mourya Written By : Khushbu Rawal Updated on: August 26, 2022 6:20 IST
Aditya Thackeray Poster- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Aditya Thackeray Poster

Maharashtra Politics: शिंदे समर्थक विधायक अब तक सीधे तौर से ठाकरे परिवार पर निजी हमले करने से बच रहे थे। वे यह कहा करते थे कि बालासाहेब ठाकरे की वजह से ठाकरे परिवार के प्रति उनके मन में सम्मान है लेकिन अब यह दायरा टूटने लगा है। शिंदे गुट वर्सेस ठाकरे की लड़ाई हर रोज एक मर्यादा को लांघ रही है। महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन जो हुआ उसकी उम्मीद शायद किसी ने नहीं की थी क्योंकि पहली बार शिंदे ग्रुप की तरफ से ठाकरे परिवार पर निजी हमले किए गए। शिंदे गुट के विधायकों ने आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) को निशाना बनाया है। उन्होंने अपने पोस्टर्स और बैनर्स में आदित्य ठाकरे को घोड़े पर उल्टा बैठा हुआ दिखाया है।

पोस्टर में पूर्व मंत्री को घोड़े पर उल्टा बैठे हुए दिखाया

शिंदे गुट के विधायक आदित्य के खिलाफ एक पोस्टर लेकर उतरे। इस पोस्टर में पूर्व मंत्री को घोड़े पर उल्टा बैठे हुए दिखाया गया है। इसके जरिए दिखाया जा रहा है कि घोड़ा हिंदुत्व की ओर देख रहा है, लेकिन आदित्य का चेहरा महाविकास अघाड़ी की ओर है। साथ ही पोस्टर के ऊपर लिखा था- 'महाराष्ट्र के परम पुज्य (प पु) युवराज...' बीच में आदित्य का कार्टून और नीचे लिखा था- "युवराज की 'दिशा' हमेशा गलत हो जाती है"। दिशा नाम के जरिए शिंदे ग्रुप दरअसल बॉलीवुड की उस अभिनेत्री को ओर इशारा कर रहे थे जिसका नाम दिशा से शुरू होता है और जो आदित्य की गहरी दोस्त है।

‘शिवसंवाद यात्रा’ के नाम से महाराष्ट्र का दौरा कर रहे हैं आदित्य
आदित्य ठाकरे जो ‘शिवसंवाद यात्रा’ के नाम से जो पूरे महाराष्ट्र का दौरा कर रहे हैं, उनकी खिल्ली उड़ाते हुए पोस्टर में लिखा गया है- ''पर्यटन विभाग लेकर घर में गुजारा वक्त बैठकर, सत्ता गई तो शुरू हुई इनकी पर्यटन की लहर।'' बता दें कि आदित्य ठाकरे अपने भाषणों में शिंदे गुट को अक्सर यह कह कर चुनौती देते हैं कि हिम्मत है तो वे अपनी विधायकी छोड़ कर चुनाव लड़ें। इसके जवाब में पोस्टरों और बैनर्स में लिखा गया है- ''फिर से चुनाव लड़ने की देते रहते हैं टशन, खुद विधायक बनने के लिए जिन्हें मेयर और दो एमएलसी का लेना पड़ता है कुशन।''

शिंदे गुट के विधायकों ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ठाकरे परिवार को घेरा
आपको बता दें कि गुरुवार सुबह से ही सत्ता पक्ष ने खासकर शिंदे गुट के विधायकों ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ठाकरे परिवार को घेरना शुरू किया। विपक्ष को उसी की जुबान में जवाब देते हुए शिंदे गुट ने नारे लगाए कि, ठाकरे के दलालों को.. जूते मारे %$@# को, बीएमसी के खोके...मातोश्री ओके, दाउद के खोके...MVA ओके, लवासा के खोके.. बारामती ओके। बता दें कि अंडरवर्ल्ड की दुनिया में एक करोड़ को एक खोका कहा जाता है।

आदित्य ठाकरे ने किया पलटवार
वहीं,  आदित्य ठाकरे पर हुए निजी हमले के बाद MVA ने भी आक्रामक रूख अपनाया है। विधानभवन में MVA विधायकों ने भी जमकर विरोध प्रदर्शन किया। 'आए रे आए.. गद्दार आए' '50 खोके..एकदम ओके' का नारा विधानभवन परिसर में गूंजने लगा। आदित्य ठाकरे ने भी बढ़-चढ़कर इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया और जमकर नारेबाजी की। ठाकरे परिवार के खिलाफ हुई नारेबाजी पर आदित्य ने कहा, ''हमने इन लोगों के लिए क्या-क्या नहीं किया। इनमें से तो 2-3 नेता हैं जिनको हमने ऐसे पद दिए जो कभी किसी सीएम ने दिया नहीं था। फिर भी हमारे पीठ में खंजर घोपा गया। ये तो रावण है.. ये रामराज्य नहीं है।'' उन्होंने कहा कि शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार को ‘‘बेशर्मी और विश्वासघात से हटाया गया है। हर गली का बच्चा बच्चा यह भी जानता है कि 50 बक्से का मतलब क्या होता है।''

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